मेरठ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय में हिन्दी दिवस के अवसर पर आईआईएमटी रेडियो 90.4 एफएम और कॉलेज ऑफ एजुकेशन के संयुक्त तत्वावधान में ओपन माइक प्रतियोगिता आयोजित हुई। प्रतियोगिता में सिंगिंग, स्टैंड अप कॉमेडी, काव्य पाठ और स्टोरी टेलिंग में आईआईएमटी विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज और आईआईएमटी एकेडमी के 120 से अधिक विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा की चमक दिखाई। प्रतियोगिता दो श्रेणियों में हुई, जिसमें आईआईएमटी एकेडमी के विद्यार्थियों को आईआईएमटी विश्वविद्यालय और इंजीनियरिंग कॉलेज के विद्यार्थियों से अलग श्रेणी में रखा गया। सिंगिंग प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपने मधुर स्वरों से जादू बिखेरा। स्टैंड अप कॉमेडी में छात्र टीवी कॉमेडियन्स को भी मात देते दिखाई दिए। ओज से लेकर श्रृंगार की कविताओं ने काव्य पाठ में ऐसा रस घोला कि श्रोताओं ने खूब तालियां बजाईं। स्टोरी टेलिंग में रामायण, महाभारत से लेकर आमजन की जिंदगी में झांका गया तो दर्शक रोमांचित हो उठे। सीनियर वर्ग में स्टोरी टेलिंग में बीजेएमसी की द्वितीय वर्ष की छात्रा श्रेया शर्मा ने प्रथम, एमजेएसी की अदिति ने द्वितीय और डी फार्मा के विनय ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। गायन प्रतियोगिता में जीएनएम के छात्र आयुष और बीबीए की मौली वर्मा संयुक्त रूप से पहले स्थान पर, बीटेक के सुमित राज दूसरे स्थान पर और जीएनएम के हर्ष तीसरे स्थान पर रहे। काव्य पाठ में पहले नंबर पर एमजेएमसी की अरिबा, दूसरे नंबर पर बीए की प्रगति और तीसरे नंबर पर बीए की ही खुशी रहीं। स्टैण्डअप कॉमेडी में बीजेएमसी के देव अलघ ने सबको पछाड़कर प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि आर्टस एंड हयूमेनिटिज की ताशु मिश्रा द्वितीय स्थान पर रहीं। जूनियर वर्ग में सिंगिंग में अक्षिता ने पहला, आराध्य ने दूसरा और श्रृष्टि व श्रेया ने तीसरा स्थान हासिल किया। काव्य पाठ में अर्नव, प्रियांजलि और प्रियांशी ने क्रमशरू प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे।
स्टैंड अप कॉमेडी में सक्षम और ईशु ने पहले और दूसरे स्थान पर कब्जा जमाया। विजेता विद्यार्थियों को पदक, प्रमाणपत्र और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम संयोजिका एवं आईआईएमटी रेडियो निदेशक डॉ. सुगन्धा श्रोत्रिय ने बताया कि इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय और स्कूल स्तर पर 120 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए।
निर्णायक मंडल में डॉ. वंदना, डॉ. नीरज शर्मा, आरजे हुसैन और डॉ. संजीब मिश्रा के पैनल ने रचनात्मकता, प्रस्तुति, दर्शकों की व्यस्तता और समग्र प्रभाव के आधार पर प्रदर्शन का मूल्यांकन किया। प्रतियोगिता का संचालन रेडियो टीम के सभी सदस्यों द्वारा सफलतापूर्वक किया गया। आयोजन में कॉलेज ऑफ एजुकेशन के शिक्षकों का भी विशेष योगदान रहा।