मेरठ। वन विभाग में तैनात डिप्टी रेंजर शशि शखर शर्मा रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुआ है। विजिलेंस टीम मेरठ ने तीस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए डिप्टी रेंजर को अरेस्ट किया है। हापुड़ सिटी कोतवाली में आरोपी डिप्टी रेंजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
डिप्टी रेंजर ने तूफान में गिरे पेड़ों पर जुर्माने का डर दिखाकर किसान से रिश्वत मांगी थी। पीड़ित किसान ने डिप्टी रेंजर की शिकायत की थी। इस शिकायत के बाद ही आज विजिलेंस टीम ने जाल बिछाकर डिप्टी रेंजर को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया है।
शिकायतकर्ता किसान ने एंटी करप्शन टीम को बताया था कि उसने अपने खेतों में ग्रीन गोल्ड कम्पनी से अनुबंध कर सागवान के पेड़ लगाये थे। 6 जून की रात में अचानक तूफान आया। तूफान के कारण खेत में लगे 23 पेड़ जड़ से उखड़कर उसके और पड़ोसी के खेत में गिर गए। इसकी सूचना उसने ग्राम प्रधान के लेटरपेड पर वन सीओ हापुड़ को दी। इसके बाद उसने डिप्टी रेंजर शशी शेखर शर्मा से संपर्क किया। किसान ने जड़े से उखड़े सभी पेड़ों को गांव अयादनगर में अपने दामाद तेजेंद्र सिंह के घर में रखवा दिया। 17 जून को शशी शेखर शर्मा ने पेड़ों का मुआयना किया। इसके बाद किसान के दामाद तेजेंद्र सिंह को गैरकानूनी तरीके से पेड़ काटने का मुकदमा कराने की बात कही।
पैसे दे दो नहीं तो मुकदमा हो जाएगा: कहा कि हर पेड़ का 10 हजार रुपया जुर्माना भरना पड़ेगा। किसान ने एंटी करप्शन को बताया कि इन पेड़ों के गिरने में उसका कोई अपराध भी नहीं है। इसके बावजूद डिप्टी रेंजर ने कहा कि मुकदमा होगा और 10हजार रुपया प्रति पेड़ जुर्माना देना पड़ेगा।