मेरठ। मवाना कस्बा हस्तिनापुर में आबादी से सटी करोड़ों की जमीन आखिरकार नगर पंचायत के कब्जे में आ गई। एसडीएम मवाना की अथक कोशिशों के बाद पंचायत की बोर्ड बैठक में लीज निरस्त के पक्ष में प्रस्ताव पास हो गया। इस मामले में हाईकोर्ट ने नगर पंचायत को निर्णय लेने के लिए निर्देशित किया था और पंचायत ने अपने मालिकाना हक का बोर्ड भी लगा दिया था, लेकिन बोर्ड में प्रस्ताव पास नहीं होने से पूर्ण रूप से नगर पंचायत के मालिकाना हक को लेकर कब्जाधारी पक्ष की ओर से सवाल खड़े किए जा रहे थे।
यह था मामला: नोटिफाइड ऐरिया कमेटी (वर्तमान नगर पंचायत हस्तिनापुर) ने कई दशक पूर्व विनिता कैमिकल्स के नाम पर नहरवाई कॉलोनी के पास 8 घ्6 हेक्टेयर लगभग 100 बीघा जमीन लीज पर आवंटित की थी। कई दशक बीत जाने के बाद भी उसने कोई उद्योग नहीं लगाया गया और लगातार उसमें खेती की जाती रही। नगर पंचायत लीज निरस्त करने को लेकर कोर्ट गई थी, जिसमें सालों से दोनों पक्षों के बीच वाद चल रहा था। करीब एक साल पहले हाईकोर्ट ने नगर पंचायत हस्तिनापुर को इस पर निर्णय लेने के लिए निर्देशित किया था।
बोर्ड बैठक में कोई प्रस्ताव पास नहीं किया गया था: उस समय नगर पंचायत ने प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में उक्त जमीन पर कब्जा ले लिया था। जबकि उसके कुछ दिन बाद ही विनिता कैमिकल्स के डायरेक्टर ने अपने मालिकाना हक का बोर्ड जमीन पर लगा दिया था। तब से पसोपेश की स्थिति बनी हुई थी। क्योंकि इस मामले में बोर्ड बैठक में कोई प्रस्ताव पास नहीं किया गया था।