सहारनपुर। सर्वदलीय प्रधान संघर्ष समिति के पदाधिकारियांे ने पंचायती विभाग द्वारा आचार संहिता में बनाये गये काले कानून के विरोध में धरना दिया और मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द इस काले कानून को वापिस लेने की मांग की।
सर्वदलीय प्रधान संघर्ष समिति के पदाधिकारी इकट्ठा होकर हकीकत नगर स्थित धरना स्थल पर पहुंचे, जहां उन्होंने पंचायती विभाग द्वारा बनाये गये काले कानून का
जमकर विरोध किया।
संजय वालिया ने कहा कि आज जब आचार्य संहिता लगने पर हम अपनी बात भी नहीं कह सकते, वहां पंचायती राज विभाग ने प्रधानों की ताकत कम करने के लिए एक ऐसा काला कानून लाया है, जिसमें एक ग्रामीण पोर्टल तब खुलेगा जब पंचायत सहायक उसे पर अपना चेहरा लगाएगी। संजय ने कहा कि एक साल पहले पंचायत सहायक प्रधानों की संस्तुति पर लगे थे, जो 12वीं पास थे और न ही उन्हें कंप्यूटर का ज्ञान है ना उन्हें प्रशिक्षित किया गया और नहीं आज तक उन्होंने पंचायत का संभालने का काम किया और सरकार भी को गलती होने पर उनकी जिम्मेदारी नहीं मानती है तब ऐसे में प्रधान जो जनता के द्वारा चुना गया है उसकी जगह पर पंचायत सहायक को महत्व देना अपने आप में पंचायती राज का मजाक बनाना है।
प्रीतम सैनी ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने जल्द ही इस काले कानून को वापस नहीं लिया, हम सभी प्रधान सड़कों पर उतरने का काम करेंगे और धरना प्रदर्शन करेंगे और जरूरत पड़ी, तो काम का बहिष्कार भी किया जायेगा। इस मौके पर प्रधान राजेश कुमार, मांगेराम, महबूब डॉक्टर अंसार अहमद, शेखर राणा, राजमणि, बीना सैनी, ममता,
राजेश सैनी, राजकुमार, चरण सिंह, पंकज, संदीप, अरुण, शिवकुमार, अनुज, अजय, जगपाल सिंह, वैभव सैनी,
जितेंद्र सैनी, पूनम, अब्दुल वहाब, मांगेराम, अनमोल सैनी, यशपाल सैनी, नावेद प्रधान, सतीश सैनी, सुधीर सैनी आदि प्रधान मौजूद रहे।