
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को स्टेम सेल थेरेपी द्वारा एवीएन हिप का सफल इलाज किया गया। हड्डी रोग विभाग ने एक महत्वपूर्ण चिकित्सा उपलब्धि हासिल की है। हड्डी रोग विभाग के डॉ. कृतेश मिश्रा और उनकी टीम ने एक 22 वर्षीय युवक के एवस्कुलर नेक्रोसिस ऑफ हिप का स्टेम सेल थेरेपी से सफल इलाज किया है। यह थैरेपी उन मरीजों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जो शुरुआती चरण के एवीएन से पीड़ित हैं और सर्जरी से बचना चाहते हैं। मरीज कई महीनों से कूल्हे में दर्द और गतिशीलता की कमी से परेशान था। जांच में उसे एवीएन के प्रारंभिक चरण में पाया गया। इसके बाद उसे स्टेम सेल थैरेपी का सुझाव दिया गया। इस उपचार की पहली अवस्था में, मरीज के इलियक क्रेस्ट (पसपंब बतमेज) से बोन मैरो निकाला गया। इस बोन मैरो को मुंबई स्थित एक लैब में लगभग एक माह तक प्रोसेस किया गया, जिसके बाद तैयार स्टेम सेल्स को उपयोग के लिए मरीज में प्रत्यारोपित किया गया। इस प्रक्रिया में बोन मैरो से निकाली गई स्टेम सेल्स को विशेष तकनीक से कूल्हे की क्षतिग्रस्त हड्डी में इंजेक्ट किया गया। इस थैरेपी ने हड्डी के पुनर्जनन की प्रक्रिया को सक्रिय किया। ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. कृतेश मिश्रा, ने बताया कि “स्टेम सेल थैरेपी ऑर्थोपेडिक्स में उभरता हुआ क्षेत्र है, जो विशेष रूप से युवा और सक्रिय मरीजों के लिए लाभकारी हो सकता है। हड्डी रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ज्ञानेश्वर टोंक ने बताया कि “यह प्रयास आधुनिक ऑर्थोपेडिक्स में प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारी टीम ने सीमित संसाधनों में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर यह उपलब्धि हासिल की है।” इस सर्जरी में ऑर्थोपेडिक टीम के डॉ. निखिल एवं डॉ. सुमित, वहीँ एनेस्थीसिया टीम से डॉ. योगेश मणिक और डॉ. प्रमोद ने उत्कृष्ट सहयोग प्रदान किया।