
हापुड। धनौरा बिस्डम बुड जूनियर हाईस्कूल के स्थापना दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ एक विशाल भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि महामहिम आरिफ मोहम्मद खान राज्यपाल बिहार रहे।
कवि सम्मेलन का मंच संचालन जाने माने कवि शायर डा.नरेश सागर ने बड़े ही शानदार तरीके से कर सभी का मन जीत लिया । कार्यक्रम में लगभग 80 कवियों की भागीदारी रही जो देर रात तक अपनी गति से चलता रहा। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता शहर की मशहूर शायरा.. मुशर्रफ चौधरी और मुख्य अतिथि मेरठ के उस्ताद शायर डा.रामगोपाल भारतीय रहे। शायरा मुसर्रफ चौधरी ने कुछ पढ़ा कि….. मुस्लमान हूं जात की हूं भारत की धूल, आंखें मेरी राम है हृदय मेरा रसूल तो वहीं डा.रामगोपाल भारतीय जी ने पढ़ा कि…..अटक जाते हैं पलकों में, इन्हें बहना नहीं आता सलीके से मेरे अश्कों को भी रहना नहीं आता। विजय वत्स ने पढ़ा कि….हम तो सबसे ही प्यार करते है जान सब पर निसार करते हैं तो वहीं मंच संचालन करते हुए शायर डा.नरेश सागर ने माहौल बदलते हुए कुछ यूं पढ़ा कि……. मैं सागर हूं मुझको भला तुम क्या खंगालोगे। आईना लेकर बैठा हूं कमी क्या तुम निकालोगे। बदन के छोटे कपड़ों में भी जिनके छेद हजारों। हमारे सर की पगड़ी को भला वो क्या उछालेंगे। दिल्ली के वरिष्ठ कवि गोल्डी गीतकार ने पढ़ा कि…पच्चीस सालों में न तो मैं पत्नी को समझ पाया और न ही पत्नी मुझे समझ पाई। फिर भी पच्चीस लाख रुपए फूंककर मैंने अपनी शादी की सालगिरह बड़ी धूमधाम से मनाई। कार्यक्रम में प्रेम सागर प्रेम, प्रमोद कुलश्रेष्ठ,सुरेन्द्र खेड़ा, सुरेन्द्र सिफर, इब्राहीम अल्वी,अनवर गाजियाबादी, आजम हुसैन,राजकुमार हिंदुस्तानी,डा.सुनील सरकार, लक्ष्मण यति, दिनेश त्यागी,शैलजा सक्सेना,ईशा भारद्वाज, अंजना जैन,वेद भारती, ऋतु रस्तोगी,अर्चना झा आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे कवि सम्मेलन में कबीर साहित्य परिषद -भारत और इंडिया पोईट क्लब की भागीदारी रही।कार्यक्रम की समाप्ति के समय स्कूल के संस्थापक संजय त्यागी जी ने सभी का धन्यवाद अदा किया और राष्ट्रगान के साथ कवि सम्मेलन की समाप्ति की घोषणा की गई।