
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। शोभित विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड लाइफ साइंसेज द्वारा ‘द फ्यूचर ऑफ बायोटेक्नोलॉजीरू इनोवेटिव सस्टेनेबल वर्ल्ड’ विषय पर पांच दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का भव्य शुभारंभ हुआ। यह कार्यशाला 3 फरवरी से 8 फरवरी तक आयोजित की जा रही है। कार्यशाला का उद्घाटन माँ शाकंभरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. वाई. विमल द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शोभित विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. वी. के. त्यागी एवं प्रतिकुलपति डॉ. जयानंद के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने बायोटेक्नोलॉजी और सतत विकास के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को जेनेटिक इंजीनियरिंग, सिंथेटिक बायोलॉजी, पर्यावरण बायोटेक्नोलॉजी, औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी एवं चिकित्सा बायोटेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में नवीनतम तकनीकों को सीखने और उनके व्यावहारिक अनुप्रयोगों को समझने का अवसर प्रदान करेगी। सतत विकास की दिशा में हरित प्रौद्योगिकियों, जैविक संसाधनों के संरक्षण और पर्यावरण अनुकूल नवाचारों की भूमिका को समझने के लिए यह कार्यशाला अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि प्रो. वाई. विमला ने कहा कि बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नवाचार और सतत विकास का संतुलन आवश्यक है। उन्होंने वैज्ञानिक शोध और तकनीकी विकास को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि यह कार्यशाला शोधकर्ताओं, विद्यार्थियों और शिक्षकों को नवीनतम तकनीकों और उनके उपयोग को समझने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगी। स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड लाइफ साइंसेज की निदेशक डॉ. दिव्या प्रकाश ने इस अवसर पर कहा, की बायोटेक्नोलॉजी केवल विज्ञान का एक क्षेत्र नहीं है, बल्कि यह मानव जीवन की गुणवत्ता सुधारने और सतत विकास को बढ़ावा देने का एक प्रभावशाली साधन है। इस कार्यशाला में नवाचार एवं सतत विकास को प्रोत्साहित करने हेतु विभिन्न सत्रों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें प्रयोगात्मक प्रशिक्षण, इंटरैक्टिव डिस्कशन, और रिसर्च प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन शामिल हैं। कार्यशाला के अंत में मोनिका चौधरी ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और आयोजकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला से युवा वैज्ञानिकों को आधुनिक बायोटेक्नोलॉजी के अनुप्रयोगों की गहरी समझ प्राप्त होगी, जिससे वे अपने अनुसंधान कार्य को एक नई दिशा दे सकेंगे। शोभित विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित यह कार्यशाला बायोटेक्नोलॉजी और सतत विकास के क्षेत्र में नई संभावनाओं को तलाशने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगी। कार्यक्रम में कुलसचिव गणेश भारद्वाज, डायरेक्टर लॉ प्रो. प्रमोद गोयल, डॉ. संदीप तेवतिया, डॉ. संजुक्ता, डॉ. गरिमा वर्मा, रूपेश, सोनिया, अविताज, मानसी सहित अन्य शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।