प. सुनील भराला ने कहा मेरठ मेट्रो के डिजाइन में बेहद आकर्षक और आधुनिक सुविधाओं को किया गया शामिल।
मेरठ। भाजपा के वरिष्ठ नेता व निवर्तमान राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार पंडित सुनील भराला ने मेरठ मेट्रो की पहली रैक का गुजरात के सांवली में अनावरण होने पर एनसीआरटीसी और मेरठ की जनता को शुभकामनाएं देते हुए कहां कि सरकार ने वर्ष 2014 से शहरी निवासियों के लिए उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार पर जोर दिया है।
2014 में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार महज 248 किमी तक था, जिसे अब 905 किमी तक बढ़ा दिया गया है। रैपिड रेल कॉरिडोर और मेरठ मेट्रो इस परिवर्तन के महत्वपूर्ण उदाहरण हैं। इस ओर अब तक हुई अभूतपूर्व प्रगति ने भारत को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बनाने की ओर बढ़ा दिया है। उन्होंने मेरठ मेट्रो और रैपिड की उपलब्धि पर एनसीआरटीसी और एल्सटॉम की टीम को बधाई दी।
प.सुनील भराला ने बताया कि मेरठ मेट्रो के संचालन की तैयारी तेज हो गई है। शुक्रवार को मेरठ मेट्रो की पहली रैक का गुजरात के सांवली में अनावरण किया गया। मेरठ मेट्रो तीन रैक की है, जिसका संचालन मेरठ साउथ (परतापुर तिराहे) से मोदीपुरम के बीच होगा। जल्द मेट्रो का ट्रायल भी किया जाएगा।
मेरठ मेट्रो की पहली रैक के लोकार्पण को लेकर गुजरात के सांवली में विशेष कार्यक्रम किया गया। सावली स्थित एल्सटॉम कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में मेरठ मेट्रो के पहले ट्रेनसेट की पहली झलक का अनावरण किया गया और मेरठ मेट्रो की पहली ट्रेनसेट को एनसीआरटीसी को सौंपा गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भराला ने आगे बताया कि ट्रेनसेट निर्माण के लिए मैसर्स एल्सटॉम को अनुबंध दिया गया था, जिसके तहत मेरठ मेट्रो के लिए तीन कोच वाले ट्रेनसेट की डिलिवरी करेंगे और 15 साल की अवधि के लिए इन रोलिंग स्टॉक का रख रखाव भी एल्सटॉम करेगी।
यह ट्रेनसेट अपने आकर्षक और आधुनिक डिजाइन के साथ ही ऊर्जा की बचत करने में सक्षम होंगे एवं पुनर्योजी ब्रेकिंग सिस्टम से लेस होंगे, जो स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी), स्वचालित ट्रेन नियंत्रण (एटीसी) और स्वचालित ट्रेन संचालन (एटीओ) के साथ संगत होंगे। इन मेट्रो ट्रेन की अधिकतम परिचालन गति 120 किमी प्रति घंटा है। मेरठ मेट्रो परियोजना का लक्ष्य उत्तर प्रदेश में मेरठ के निवासियों के लिए एक सुरक्षित, तेज और आधुनिक परिवहन समाधान प्रदान करना है। मेरठ मेट्रो ट्रेनसेट की डिलीवरी शुरू होने के साथ ही ट्रायल रन भी जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। यह स्वदेशी मेट्रो ट्रेन होगी।
प. सुनील भराला ने बताया कि मेरठ मेट्रो के डिजाइन में बेहद आकर्षक और आधुनिक सुविधाओं को शामिल किया है। यात्रियों को अधिकतम आराम, सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है। ट्रेनें वातानुकूलित होंगी।
आरामदायक बैठने की व्यवस्था, सामान रखने की रैक, ग्रैब हैंडल, यूएसबी डिवाइस चार्जिंग सुविधा और नए जमाने के यात्रियों के लिए आवश्यक अन्य कई सुविधाएं शामिल हैं। एक मेट्रो में 700 यात्रियों के सफर करने की सुविधा रहेगी।
आरामदायक खड़े होने की जगह, सामान रखने के रैक सीसीटीवी कैमरे, डायनामिक रूट मैप्स, इंफोटेनमेंट सिस्टम, रोशनी-आधारित स्वनियंत्रित प्रकाश व्यवस्था और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। प.सुनील भराला ने मेरठ में मेट्रो के स्टेशनों के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि मेरठ साउथ (एलिवेटेड), परतापुर (एलिवेटेड), रिठानी (एलिवेटेड), शताब्दी नगर (एलिवेटेड), ब्रह्मपुरी (एलिवेटेड), मेरठ सेंट्रल (भूमिगत), भैंसाली (भूमिगत), बेगमपुल (भूमिगत), एमईएस कॉलोनी (एलिवेटेड), डौरली (एलिवेटेड), मेरठ नॉर्थ (एलिवेटेड), मोदीपुरम (एलिवेटेड), और मोदीपुरम डिपो (धरातल पर) पर मेट्रो की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
मेरठ साउथ, शताब्दी नगर अगला बेगमपुल और मोदीपुरम स्टेशनों पर रैपिड के साथ मे लेख सेवाएं उपलब्ध होंगी, जहां लोग सुविधानुसार ट्रेन बदल सकेंगे। मेरठ के अन्य स्टेशनों पर सिर्फ मेट्रो सेवाएं उपलब्ध होंगी।