
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट द्वारा “क्रिप्टोकरेन्सी इन ग्लोबल इकोनॉमिक्स एंड सस्टेनेबल डवलपमेंट“ विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में क्रिप्टोकरेन्सी के बढ़ते प्रभाव और उसकी भूमिका को वैश्विक आर्थिक परिप्रेक्ष्य में समझने के लिए गहन मंथन हुआ। सेमिनार का उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्तीय प्रणाली और वैश्विक व्यापार पर क्रिप्टोकरेन्सी के प्रभाव को समझना था।
मुख्य अतिथि इनकम टैक्स एडिश्नल कमिश्नर आईआरएस अनुराग दुबे, कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता, प्रति कुलाधिपति डॉक्टर मयंक अग्रवाल और कुलपति डॉक्टर दीपा शर्मा ने सेमिनार का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि अनुराग दुबे ने अपने संबोधन में क्रिप्टोकरेन्सी और डिजिटल मुद्रा के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला और इसके आर्थिक, कानूनी और कर प्रणाली पर पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा की। सेमिनार में सीआईआरसी ऑफ आईसीएआई के पूर्व चेयरमैन और प्रमुख चार्टड एकाउंटेंट राजीव गुप्ता ने क्रिप्टोकरेन्सी से संबंधित कर नीति और कानूनी पहलुओं पर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने विशेष रूप से क्रिप्टो टैक्सेशन और साइबर सुरक्षा से जुड़ी समस्याओं और चुनौतियों पर अपने विचार व्यक्त किए। सीसीएसयू के अर्थशास्त्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. संजीव कुमार ने क्रिप्टोकरेन्सी के आर्थिक दृष्टिकोण से उसके प्रभावों का विश्लेषण किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार क्रिप्टोकरेन्सी भारतीय वित्तीय प्रणाली को प्रभावित कर रही है और इसके साथ जुड़े जोखिमों को कैसे कम किया जा सकता है।सेमिनार में दी राइज ऑफ डिजिटल करेंसीज इन इंडिया, इम्पैक्ट ऑफ क्रिप्टोकरेन्सी ऑन इंडियाज फाइनेंशियल सिस्टम एंड बैंकिंग सेक्टर, क्रिप्टोकरेन्सी एंड क्रॉस बॉर्डर ट्रेड, लीगल एंड रेग्युलेटरी लैंडस्केप, चैलेंजेस ऑफ क्रिप्टो टैक्सेशन – फाइनेंशियल फ्रॉड्स एंड साइबर सिक्योरिटी रिस्क और दी रोल ऑफ क्रिप्टोकरेन्सी इन इंडियाज पाथ टूवार्डस सस्टेनेबल इकोनोमिक ग्रोथ समेत महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। प्रबंधन के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने सेमिनार में विभिन्न शोध पत्र भी प्रस्तुत किए, जिनमें क्रिप्टोकरेन्सी के आर्थिक, कानूनी और सुरक्षा पहलुओं पर गहन मंथन किया गया। इन शोध पत्रों ने क्रिप्टोकरेन्सी के विभिन्न आयामों को समझने में मदद की और इस क्षेत्र में आगामी शोध की दिशा निर्धारित करने का कार्य किया। आयोजन की सफलता में डीन डॉ. विनीत कौशिक और आयोजन सचिव डॉ. देश दीपक अग्रवाल का विशेष योगदान रहा। सेमिनार में एमबीए विभागाध्यक्ष डॉ. पूजा शर्मा, बीबीए विभागाध्यक्ष वासिक इकबाल, बीकॉम विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत राजपूत, शिक्षक और विद्यार्थी एवं मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा उपस्थित रहे।