
मेरठ वरिष्ठ संवाददाता। बीती एक अप्रैल को इंचौली थाना क्षेत्र में गोकशी की घटना को अंजाम देने वाले गोकशों की देर रात पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान दो गोकश पैर में गोली लगने से घायल हुए हैं। पुलिस ने घायल बदमाशों सहित चार बदमाशों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोकशी के औजार बरामद किए हैं। एसपी देहात ने बताया कि घायल बदमाशों का अच्छा खासा आपराधिक इतिहास है। एसपी देहात राकेश मिश्र ने बताया कि बीती एक अप्रैल को गोकशों ने इंचौली थाना क्षेत्र में गोकशी की घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद से पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी थी। देर रात इंचौली पुलिस को सूचना मिली कि बाइक सवार गोकश लावड़ में भावनपुर रोड के पास एकत्र हो रहे हैं। जिस पर पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी कर ली। पुलिस को देखते ही बाइक सवार बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दो बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गए। जिनकी पहचान भोलू उर्फ भोले पुत्र सलीम और अकरम पुत्र आशु निवासीगण थाना सरूरपुर कस्बा हर्रा के रूप में हुई। बदमाशों के पास से एक तमंचा-कारतूस, बाइक, दो छुरे, रस्सी सहित गोकशी के औजार बरामद हुए। पूछताछ के दौरान बदमाशों ने बताया कि वह खरदौनी निवासी अपने साथी मुस्तफा पुत्र जमील और फिरोज पुत्र सजाउद्दीन के साथ गोकशी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। आज भी वह इन्हीं दोनों बदमाशों के बुलाने पर यहां आए थे। इसके बाद पुलिस ने मुस्तफा और फिरोज को भी गिरफ्तार कर लिया। एसपी देहात के मुताबिक दोनों घायल बदमाशों के खिलाफ गैंगस्टर सहित एक-एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। गोकशी की घटना में फलावदा निवासी नावेद उर्फ काला पुत्र रफीक का नाम भी सामने आया है। जिसकी तलाश की जा रही है।