
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। केएमसी अस्पताल के खिलाफ समाजवादी युवजन सभा के नेताओं ने मिलकर हंगामा और प्रदर्शन किया। समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश महासचिव जिला पंचायत सदस्य सम्राट मलिक सहित तमाम कार्यकर्ता सीएमओ कार्यालय पहुंचे। सपाइयों ने कहा कि जब केएमसी अस्पताल के डॉक्टरों पर मुकदमा दर्ज हो चुका है। वहां महिला की किडनी निकालने का जघन्य अपराध हुआ है तो अब तक अस्पताल पर बुलडोजर क्यों नहीं चला। अस्पताल गिराया जाए, इसका लाइसेंस निरस्त किया जाए। सपा कार्यकर्ताओं ने बताया बुलन्दशहर निवासी कविता का 6 साल पहले मेरठ के केएमसी अस्पताल में ऑपरेशन हुआ था। जब वहां के छह डॉक्टरों की मिलीभगत से उस महिला की किडनी निकाल कर बेच दी गई। इसकी जानकारी कविता को तब हुई जब उसके पेट में दर्द हुआ जब उसने अपना अल्ट्रासाउंड करवाया। तब उसे पता चला उसके अंदर उसकी किडनी नहीं है। उसके बाद में सरकारी कार्यालय के चक्कर काट रही थी। अब कोर्ट ने केएमसी अस्पताल मालिक समेत 6 डॉक्टरों के खिलाफत के दर्ज किया है। सभी अस्पतालों की जांच करे विभाग: सपाइयों ने कहा कि किडनी गैंग मेरठ में सक्रिय है। ये अफसरों की मिलीभगत व सरकार के संरक्षण के बिना नहीं चल सकता। इस मामले की गहनता से जांच बेहद जरूरी है। इस अस्पताल को सील कर इसकी जांच कराई जाए। ये लोग किडनी निकालकर कहां बेच रहे थे, चौक किया जाए। इस पूरे रैकेट को तोड़ा जाए। सपाइयों ने आरोप लगाया कि इसी केएमसी अस्पताल में कोविड के समय 61 लोगों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई थी। इनकी मौत का जिम्मेदार मेरठ की जनता केएमसी अस्पताल के डॉक्टरों को मानती है। प्रदर्शन में शोएब अली, विशाल तेवतिया, महताब, मूसा, अजमद, अलवी, विवेक यादव, नितिन बालियन और गौरव तेवतिया आदि रहे।
