
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। इग्नू स्टडी सेंटर मेरठ कॉलेज के अन्तर्गत बीएड द्वितीय वर्ष की 12 दिवसीय कार्यशाला के समापन सत्र का आयोजन मेरठ कॉलेज के शिक्षा विभाग में मेरठ कॉलेज के प्राचार्य प्रो.मनोज कुमार रावत की अध्यक्षता तथा इग्नू स्टडी सेंटर मेरठ के समन्वयक प्रो चंद्रशेखर भारद्वाज तथा बीएड विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो.मीनाक्षी शर्मा एवं बी.एड विभाग के समस्त प्रोफेसर की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। समापन सत्र की शुरुआत अध्यक्ष महोदय द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर की गयी तथा बीएड के शिक्षार्थीयों द्वारा सरस्वती वन्दना एवं स्वागत गान प्रस्तुत किया गया। शिक्षार्थीयों द्वारा अध्यक्ष महोदय के समक्ष 12 दिवसीय रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी, तथा कविता गायन एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। समापन समारोह को संबोधित करते हुए मेरठ कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर मनोज कुमार रावत ने बताया की प्राइमरी शिक्षक ही सही मायने में शिक्षक होता है क्योंकि वह छोटे बच्चों को शिक्षा देता है। उन्होंने अपने शैक्षणिक ट्रेनिंग का जिक्र करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों को करने से एक सामूहिकता का भाव पैदा होता है और जिससे जीवन भर के संबंध बनते हैं। इग्नू केंद्र के संबंध में प्रोफेसर चंद्रशेखर भारद्वाज ने समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक ही सही मायने में राष्ट्र निर्माता है क्योंकि राष्ट्र के बालक राष्ट्र का भविष्य होते हैं और इन्हीं बालकों को प्राइमरी शिक्षकों के द्वारा अक्षर बोध भाषा बोध और सामाजिक बोध कराया जाता है। उन्होंने आह्वान किया कि आप उत्तर प्रदेश के एवं दिल्ली के लगभग 50 जिलों के प्रतिनिधि के रूप में यहां कार्यशाला में हिस्सा ले रहे थे। इन 12 दिनों में आप लोगों ने मिनी उत्तर प्रदेश के रूप में यहां कार्यशाला में सहभागिता की। यहां से जो भी आपने सीखा उसको अपने करियर में बच्चों को पढ़ने में इस्तेमाल करें क्योंकि अच्छे शिक्षक और कठिन मेहनत का कोई विकल्प नहीं। समापन सत्र में प्रो.पूनम सिंह, प्रो. संजय सिंह, प्रो.शालिनी त्यागी, प्रो.विनीता, प्रो. सीमा यादव, प्रो. हर्जिंदर सिंह, आदि द्वारा शिक्षार्थीयों का उत्साहवर्धन किया गया। शिक्षार्थीयों में उत्कर्ष भटनागर, अशोक कुमार शर्मा, चंद्र भूषण शर्मा मोहन मुरारी, सुरभि मित्तल, पूर्णिमा यादव, चिंकी, इत्यादि द्वारा प्रस्तुति दी गयीं।