
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। मेरठ कॉलेज में पूर्व एमएलसी डॉक्टर सरोजनी अग्रवाल ने सरस्वती महिला छात्रावास का लोकार्पण किया। मेरठ कॉलेज की प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ ओम प्रकाश अग्रवाल, प्रबंध समिति कार्यकारिणी के सचिव विवेक कुमार गर्ग, अतिरिक्त सचिव शुभेंदु मित्तल एवं संरक्षक डॉ रामकुमार गुप्ता ने सरोजनी अग्रवाल के साथ मिलकर फीता काटकर विधिवत रूप से सरस्वती महिला छात्रावास की शुरुआत की। इस उदघाटन कार्यक्रम में मेरठ कॉलेज के वरिष्ठ प्रोफेसर एवं मेरठ प्रबंध समिति कार्यकारिणी के अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित थे। उपस्थित प्रबंध कार्यकारिणी सदस्यों में सुशील कुमार, संजीवेश्वर प्रकाश, रवि बिश्नोई, पंकज मित्तल, विजय मित्तल, मोहित जैन, अंकुर जैन एवं अनुज बंसल ने महिला छात्रावास के पुनः प्रारंभ होने पर मेरठ कॉलेज की प्रबंध समिति के पदाधिकारियों को अपनी शुभकामनाएं दी।
मेरठ कॉलेज के प्राचार्य प्रो मनोज कुमार रावत ने सभी को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम का संचालन सरस्वती महिला छात्रावास की वार्डन डॉक्टर श्वेता जैन एवं चंद्रशेखर भारद्वाज ने संयुक्त रूप से किया।डॉक्टर सरोजनी अग्रवाल ने बताया कि यह मेरठ कॉलेज के लिए गर्व का विषय है कि अनेक वर्षों के अंतराल के बाद यहां महिला छात्रावास प्रारंभ किया जा रहा है। सरस्वती महिला छात्रावास की लोकेशन बहुत अच्छी है, अतः यह मेरठ शहर का एक सर्वाधिक सुरक्षित गर्ल्स हॉस्टल होगा। मेरठ कालिज मेरठ के प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष डॉ ओपी अग्रवाल ने कहा कि इस सरस्वती महिला छात्रावास का जीर्णोद्धार उन्होंने अपने बड़े भाई सेठ दयानंद गुप्ता की स्मृति के रूप में किया है। सेठ दयानंद गुप्ता के सुपुत्र सेठ अजय अग्रवाल ने सरस्वती महिला छात्रावास के शुभारंभ पर कहा कि उनका परिवार सदैव मेरठ कॉलेज के हित में कार्य करता रहेगा।
मेरठ कॉलेज के अवैतनिक मंत्री विवेक कुमार गर्ग ने अपने संबोधन में कहा कि उनके कार्यकाल में सरस्वती महिला छात्रावास को पुनः प्रारंभ करने का निर्णय ऐतिहासिक है। यहां यह तथ्य उल्लेखनीय है कि कभी मेरठ कॉलेज, मेरठ जो कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से भी 6 दशक पुराना है इसमें कभी 6 हॉस्टल संचालित थे, और आसपास के गांव कस्बों के सैकड़ो गरीब विद्यार्थी बहुत ही कम शुल्क पर इन हॉस्टलों में रहकर अध्ययन करते थे और अपने जीवन को सफल बनाते थे।
यह सभी हॉस्टल समय के साथ धीरे-धीरे मरम्मत न होने के कारण जर्जर होते गए। कालिज के सचिव विवेक गर्ग ने आगे बताया की हॉस्टल प्रारंभ करने का यह निर्णय एक क्रांतिकारी प्रयास है, जिससे आसपास के गरीब ग्रामीण छात्राओं को सुरक्षित रहने की जगह मिलेगी और शिक्षा के क्षेत्र में यह मेरठ कॉलेज का एक और योगदान होगा।
प्राचार्य डॉ मनोज रावत ने बताया कि वर्तमान सत्र के लिए छात्रा की फीस 12000 रुपए वार्षिक है और अगले सत्र से यह राशि 20000 वार्षिक हो जाएगी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि वर्तमान सत्र के प्रारंभ से ही मेरठ कॉलेज के छात्र-छात्राएं दोबारा हॉस्टल खोलने की मांग कर रहे थे। मेरठ कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष डॉ रामकुमार गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में सरकारी कॉलेज में हॉस्टल की मांग घटी है क्योंकि छात्र-छात्राएं प्राइवेट हॉस्टल्स की सुख सुविधाओं एवं स्वतंत्रता को ज्यादा पसंद करते हैं। मेरठ कॉलेज के अवैतनिक मंत्री विवेक कुमार गर्ग ने सभा में बताया की मेरठ कॉलेज प्रबंध तंत्र शीघ्र ही जर्जर हुए सभी हॉस्टल्स का जीर्णोद्धार करेगा और महाविद्यालय के हित में इन भवनों का वैकल्पिक प्रयोग होगा।