
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एसवीपीयूएटी) मेरठ के कृषि महाविद्यालय के आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग द्वारा कृषि अनुसंधान में बौद्धिक संपदा अधिकार विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि कुलपति डॉ. के. के. सिंह एवं गणमान्य अधिकारियों द्वारा द्वीप प्रज्वलन व माँ सरस्वती पर माल्यार्पण एवं विश्वविद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वन्दना कर किया किया । कार्यशाला के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के. के. सिंह ने की अपने संबोधन में, डॉ. सिंह ने शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से उच्च गुणवत्ता के शोध करने हेतु प्रेरित किया। जिससे कि शोध से पेटेन्ट, तकनीकी व अच्छे शोध पत्र प्रकाशित किए जाए। साथ ही समकालीन अनुसंधान को समाज और उद्योग के लाभ के लिए संरक्षित और उपयोगी बनाया जाए। इस कार्यशाला में कृषि अनुसंधान में बौद्धिक संपदा अधिकारों के विभिन्न पहलुओं पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों कमशः प्रो. एच. एस. चावला, प्रो. प्रताप सिंह पवार, डॉ. शिव दत्त, प्रधान वैज्ञानिक एवं डॉ. दिनेश कुमार, प्रधान वैज्ञानिक ने व्याख्यान दिए। डा.विवेक, अधिष्ठाता, कृषि द्वारा कार्यक्रम में आये अतिथियों एवं प्रतिभागियों स्वागत किया। प्रो. एल. के. गंगवार आयोजन सचिव द्वारा बौद्धिक संपदा अधिकार का परिचय, कार्यशाला की रूपरेखा एवं इसके महत्व के बारे में विस्तृत चर्चा की। कार्यशाला में कुल 205 संकाय सदस्यों और छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया, जिससे ज्ञान साझा करने और विचार-विमर्श के लिए एक प्रभावी मंच प्रदान हुआ। उत्तर प्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद (यूपी-सीएसटी), लखनऊ द्वारा प्रायोजित इस कार्यशाला ने अनुसंधान परिणामों को औद्योगिक स्तर पर सुरक्षित और उपयोगी बनाने में बौद्धिक संपदा अधिकारों की महत्वपूर्ण भूमिका के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया । कार्यशाला के दौरान, डॉ. रामजी सिंह, कुलसचिव डा. कमल खिलाड़ी, निदेशक शोध, डा. पी.के.सिंह, निदेशक प्रसार, डा. बी.आर. सिंह, अधिष्ठाता, तकनीकी महाविद्यालय, डा.आर. कुमार, अधिष्ठाता, जैव प्रौद्योगिकी, डा. पंकज कुमार, ओएसडी, शुगरकेन, डा.एल.बी.सिंह, विभागाध्यक्ष, कृषि प्रसार, डा.पूरन चन्द, डा.एस.के. सिंह, डा.मुकेश कुमार, डा० अतर सिंह, डा. एस.के. लोधी, डा.पी.के.सिंह, डा.आर.एन. यादव, डा.सतेन्द्र कुमार उपस्थित रहे और इसके सफल आयोजन में योगदान दिया।
मंच संचालन डा. प्रमिला उमराव, सहायक प्राध्यापक, पशु चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा किया गया। डॉ. रामजी सिंह, कुलसचिव ने सभी अतिथियों धन्यवाद ज्ञापित किया।