लखनऊ एजेंसी। श्कुंभकर्ण टेक्नोक्रेट था। वह 6 महीने सोता नहीं था, बल्कि गुप्त तरीके से रिसर्च करके यंत्र बनाता था। रावण ने लोगों से यह छिपाने के लिए अफवाह उड़ाई थी कि कुंभकर्ण 6 महीने सोता है। रावण ने किस विमान से सीता का अपहरण किया था? क्या आपने कभी सोचा। यह 5 हजार साल पुराना ज्ञान है, जिससे हमें दूर रखा गया। आज यह नॉलेज हमारे पास नहीं है, लेकिन किताबों में लिखा है। यह बातें राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सोमवार को लखनऊ के ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के 9वां दीक्षांत समारोह में कहीं। उन्होंने 149 छात्रों को मेडल दिए। इसके अलावा 1421 छात्रों को डिग्री दी। लखनऊ में भाषा विश्वविद्यालय 9वां दीक्षांत समारोह मनाया गया। राज्यपाल ने वितरित किए मेडल।
भाषा को पढ़ना, बोलना बंद नहीं करना चाहिएरू रजनी तिवारी: दीक्षांत समारोह में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने कहा, कि जब हम किसी भाषा को पढ़ना और बोलना बंद कर देते हैं, तो वो विलुप्त हो जाती है। ऐसे में उसकी मृत्यु हो जाती है। मेरा यही कहना है कि आप सभी लोग ईमानदारी से काम करें।
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि जब आप लोगों ने ये मुकाम हासिल किया है, तो निश्चित रूप से आपके माता-पिता ने कुछ न कुछ कुर्बानी दी होगी। आपके टीचर ने भी कुछ दीक्षा जरूर दी होगी। अब आपको अपना कार्यक्षेत्र चुनना होगा। याद रहे कि खुद का लक्ष्य तय करने के साथ ही समाज और देश का लक्ष्य ध्यान में रखना होगा। उन्होंने कहा कि कोई ऐसी शिक्षा नहीं हो सकती कि जो श्भारत तेरे टुकड़े होंगेश् के नारे लगवाए। रेल की पटरियों पर बड़े अवरोध डाल दे। ऐसा कोई शिक्षण संस्थान नहीं है। शिक्षा इंसान बनाती है। इंसानियत को अपनाना सिखाती है। हैवान नहीं बनाती। राष्ट्र के दायित्व के निर्वहन का बोध सीखाती है। कुलपति प्रो. एनबी सिंह ने कहा कि इस सत्र में 73 शोधपत्र प्रकाशित हुए। इसके अलावा 2 राष्ट्रीय और 2 इंटरनेशनल लेवल के पेटेंट हासिल किए गए। विश्वविद्यालय में 7 सेंटर ऑफ एक्ससीलेंस स्थापित है। 9 फैकल्टी मेंबर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान में भी योगदान दिया गया है। गांव को गोद लेने के बाद विश्वविद्यालय में ज्ञान पाठशाला का भी आयोजन किया जा रहा है। 5 क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाई की शुरुआत करने के साथ भाषा विज्ञान का कोर्स भी शुरू किया जाएगा। साथ ही लीगल ऐड सेंटर भी स्थापित किया जाएगा।
प्रो. शिशिर सिन्हा ने कहा कि भारत में सबसे ज्यादा यूथ पॉपुलेशन है। सबसे तेज बढ़ती इकॉनमी भी है। स्टार्टअप और इनोवेशन के साथ आपको सीखना चाहिए। मेरा मानना है कि जब मैंने सीखना छोड़ दिया, मेरी जिंदगी मे ठहराव हो गया। वैल्यू बेस एजुकेशन का भारत लंबे समय से गढ़ रहा है।
महान साइंटीफिक और इन्वेंशन कल्चर के हम पार्ट रहे हैं। यंग जनरेशन को प्रैक्टिकल क्षेत्र में आगे आना होगा। एक और अहम बात, आपको खुद की हेल्थ और अपने परिवार के लोगों का वेल बीइंग होना होगा। आपकी तरक्की में इन सभी की अहम भूमिका रहती है।