लखनऊ एजेंसी। पार्टी कार्यालय पर 2016 में नोटबंदी के दौरान पैदा हुए खजांची यादव का 8वीं बार बर्थडे मनाया। अखिलेश ने खजांची को लड्घ्डू खिलाया और गिफ्ट भी दिए। खजांची की मां भी वहां मौजूद थीं। इस दौरान खजांची ने अखिलेश यादव को कविता सुनाई। अखिलेश ने ही बच्चे का नाम खजांची रखा है। खजांची यादव यह 8वां जन्मदिन है। सिर्फ 2018 में अखिलेश ने खजांची बर्थडे में शामिल नहीं हुए थे। अखिलेश यादव ने कहा- नोटबंदी सबसे बड़ा भ्रष्टाचार था। ये जन्मदिन सपा से ज्यादा भाजपा को मनाना चाहिए। अब एनकाउंटर वालों का काउंट डाउन शुरू हो गया है। अब सरकार में वे उतने दिन नहीं रहेंगे, जीतने दिन रह चुके हैं। अब कम बोलेंगे तो उनकी सच्चाई छिपी रहेगी। जो अपने से बड़ा किसी को नहीं समझते, वो कैसे योगी हैं। हमारे यहां जितना बड़ा संत होता है, उतना कम बोलता है। वस्त्र से नहीं वचन से पहचान होती है। हमारे यहां मुनि-मौनी की परंपरा रही है। मृदुभाषी अब कटुभाषी बन गए हैं। परोपकारी अत्याचारी का कम कर रहे हैं। जिनका काम सरकार चलाना है, वो बुलडोजर चला रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन के खिलाफ 25 लाख का जुर्माना लगाया। यूपी में शक्ति और सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है। कौन है खजांची यादव?: कानपुर के सरदारपुरवा गांव निवासी सर्वेषा देवी ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर मायके अनंतपुर गांव में रहती हैं। साल 2016 में 8 नवंबर को सर्वेषा पैसा निकालने के लिए बैंक गई थी।
वह लाइन में लगी थीं। इसी दौरान उन्होंने बच्चे को जन्म दिया था। तब यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे। उन्होंने उस बच्चे का नाम खजांची यादव रख दिया था। अखिलेश खजांची का जन्मदिन हर साल मनाते हैं।