मेरठ संवाद सूत्र। एनसीआर में बढ़ रहे पॉल्यूशन के चलते पटाखों की बिक्री पर पूरी तरह रोक है। मेरठ सहित एनसीआर में कहीं भी पटाखे नहीं बिकेंगे। जिला प्रशासन ने इस साल किसी भी पटाखा दुकान के लिए कोई लाइसेंस जारी नहीं किया है। प्रशासन के अनुसार मेरठ में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध है। अगर कहीं पटाखे बिकते मिले तो उसकी सूचना प्रशासन को दें। अवैध तरीके से पटाखे बेचने वालों पर एक्शन लिया जाएगा। वहीं जिला प्रशासन लगातार जनता से अपील कर रहा है कि मेरठ की हवा को साफ स्वच्छ रखने के लिए पटाखा रहित दीवाली मनाएं। सभी लोग ग्रीन दीवाली की ओर जाएं। सजावट करें, मिठाइयां खाएं लेकिन हवा को शुद्ध रखने के लिए पटाखों को न जलाएं। नगर निगम भी लगातार ग्रीन दिवाली का संदेश दे रहा है। एडीएम सिटी बृजेश कुमार सिंह का कहना है कि हमारी ओर से पटाखों की किसी भी प्रकार की बिक्री की कोई अनुमति या लाइसेंस जारी नहीं किया गया है। पूरे एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर रोक है। सिटी मजिस्ट्रेट अनिल कुमार ने बताया कि पटाखों की बिक्री के लिए किसी दुकान को कोई अनुमति, लाइसेंस नहीं दिया गया है। अगर कहीं पटाखे बिकते मिले तो ये अवैध होगा। ऐसे लोगों पर एक्शन लिया जाएगा। बेशक जिला प्रशासन ने बाजार में पटाखे बेचने की अनुमति नहीं दी, पटाखों की दुकानें नहीं सजाई जाएं।
इसके बावजूद लोगों को पटाखे आसानी से मिल रहे हैं। ऑनलाइन पटाखों की बिक्री पूरी तरह चालू है। ऑनलाइन प्लेटफार्म के अलावा पटाखा विक्रेता फोन पर डीलिंग कर पटाखों की खरीद, फरोख्त करा रहे हैं। इस पर पुलिस, प्रशासन कोई एक्शन नहीं ले पा रहा।