मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय,मेरठ द्वारा अखिल भारतीय वानस्पतिक संस्था का 47 वॉ वार्षिक सम्मेलन व अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी 16-18 अक्टूबर, 2024 को आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन व संगोष्ठी का विषय भी सुसंगत समीचीन व महत्वपूर्ण है। ‘‘जलवायु परिवर्तन के काल में वानस्पतिक जगत में जैविक जिज्ञासाएं तथा कार्यकारी वैविध्य’’।
लगभग 400 वनस्पतिक शास्त्री इसमें भाग लेंगे। यह संस्था 1920 से कार्यरत है तथा इसका प्रथम सम्मेलन मेरठ विश्वविद्यालय में 1978 में प्रो0 वाईएसमूर्ति द्वारा कराया गया था। उन्ही की 100 वी जयन्ती भी संस्था द्वारा 18 अक्टूबर को मनाई जायेगी। मुख्य अतिथि के रूप में डा0 संजय कुमार, अध्यक्ष, कृषि वैज्ञानिक रिक्रुटमेंट बोर्ड, नई दिल्ली, का सानिध्य रहेगा। इस सम्मेलन में भारत के अतिरिक्त वैश्विक प्रतिनिधित्व के लिए प्रो. हैनो शैफर, जर्मनी से, डा.रोशन लाल यादव, नेपाल से, डा. एनगुयेन बाओ, वियतनाम से प्रतिभाग करेंगे। भारत के प्रसिद्ध वनस्पति शास्त्रियों को जो इस संस्था आजीवन सदस्य तथा महत्वपूर्ण योगदानकर्ताओ को विभिन्न मेडल अवार्ड से पुरूस्कृत किया जायेगा । 50 वर्ष तक की महिला वैज्ञानिको के प्रोत्साहन हेतु वूमन साइन्टिस्ट अवार्ड, 50 वर्ष तक की महिला वनस्पति वैज्ञानिको को शोध पत्र प्रतिस्पर्धा के आधार पर भी चयनित कर अवार्ड से पुरूस्कृत किया जायेगा। 30 वर्ष से कम युवा वनस्पति शास्त्रियों को अलग-अलग सेक्शन में मौखिक व पोस्टर प्रस्तुति प्रतिस्पर्धा, 35 वर्ष के युवा वनस्पति शास्त्रियों को पोस्टर सेक्शन में बेस्ट पोस्टर अवार्ड आदि सभी के मुख्य आकर्षण होंगें। संस्था के इस वर्ष के चयनित अध्यक्ष-प्रो0 उमेश चन्द्र लवानिया, सचिव-प्रो0 सेशू लवानिया तथा अन्य सभी पदाधिकारी भी विभिन्न अकादमिक गतिविधियों के लिए उपस्थित रहेंगें।
प्रो जितेन्द्र सिंह, विभागाध्यक्ष सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग, इस सम्मेलन के आयोजन सचिव है। डा अश्वनी शर्मा,डा दिनेश पंवार,मितेन्द्र गुप्ता,डा नितिन गर्ग, डा लक्ष्मण नागर उपस्थित रहे।