बहराइच एजेंसी। में हिंसा के दौरान 50 से अधिक घरों में तोड़फोड़ की गई। इन घरों में एक भी शख्स मौजूद नहीं है। हरदी और महसी के 20 किमी क्षेत्र में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। पुलिस की गाड़ियां लगातार घूम रही हैं। प्रभावित इलाकों में आधार कार्ड देखकर ही एंट्री दी जा रही है। हिंसा में मारे गए राम गोपाल के परिजन ने सीएम हाउस में योगी से मुलाकात की। सीएम के आगे हाथ जोड़कर न्याय की गुहार लगाते हुए राम गोपाल के पिता रोने लगे। उनके साथ आई उनकी पत्नी और बहू ने भी सख्त कार्रवाई की मांग की। इस दौरान पीड़ित परिवार के साथ महसी विधायक सुरेश्वर सिंह भी मौजूद थे। डीएम मोनिका रानी ने बताया- जिन घरों में तोड़फोड़ की गई है, उन्हें चिह्नित किया जा रहा है। अफवाहों को रोकने के लिए जिले में 16 अक्टूबर तक इंटरनेट बंद कर दिया गया है। पुलिस का फोकस अभी शांति व्यवस्था बनाए रखने पर है। वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने आगजनी करने वालों की पहचान शुरू कर दी है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश समेत सीनियर पुलिस ऑफिसर अभी बहराइच में डेरा डाले हैं। विधायक के साथ सीएम हाउस पहुंचे राम गोपाल के परिजन: बहराइच हिंसा में मारे राम गोपाल के परिजन सीएम योगी से मिलने के लिए मुख्यमंत्री आवास पहुंच चुके हैं। परिवार के साथ महसी के भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह भी हैं। हिंसा के बाद बंद किए गए सीतापुर रूट को प्रशासन ने चालू कर दिया है। 40 घंटे बाद रूट को बहाल किया गया है।
राम गोपाल के पिता बोले- आरोपियों का एनकाउंटर हो: बहराइच हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के परिजन सीएम योगी से मिलने के लिए लखनऊ आ रहे हैं। मृतक की मां, पत्नी और पिता ने कहा- हम मुख्यमंत्री से मिलकर उचित कार्रवाई की मांग करेंगे। पिता ने कहा- जिस तरह से मेरे बेटे को गोली मारी गई है, वैसे ही आरोपियों का भी एनकाउंटर किया जाए।