मेरठ। भारतीय किसान यूनियन के चार दिवसीय हरिद्वार किसान कुभ के समापन अवसर पर महापंचायत में सौ दिन के एजेंडे पर कार्यकर्ताओं को संघर्ष करने की रणनीति अपनाने का आह्वान किया गया।
पंचायत में 21 प्लस 5 सूत्री प्रस्ताव पारित किए गए, जिसमें युवाओं की मांगों को प्रमुखता से शामिल किया गया।
पंचायत में राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि संगठन को मजबूत करने की जरूरत है क्योंकि केंद्र और राज्य सरकारें किसानों की सुन ही नहीं रहीं। इसके लिए किसान हितों की रक्षा के लिए देश में एक बड़ा आंदोलन करना होगा। उन्होंने कांवड़ यात्रा के बाद उत्तराखंड में भी आंदोलन करने के लिए कार्यकर्ताओं को तैयार रहने को कहा। वहीं 2025 तक देशभर में किसानों के लिए 25 किसान भवन बनाने का भी लक्ष्य रखा।
उन्होंने कहा कि यह किसान कुंभ ऐसे समय हो रहा है जब केंद्र में एनडीए गठबंधन की सरकार तीसरा कार्यकाल शुरू कर रही है।
केंद्र सरकार ने किसानों के स्तर को उठाने के लिए अपने घोषणापत्र में तमाम तरह के वायदे भी किए हैं। भाकियू हरिद्वार किसान कुंभ के बहाने केंद्र सरकार को वह वायदे भी याद दिलाना चाहती है ।तीन कृषि बिलों की वापसी के बाद एमएसपी गारंटी कानून के लिए केंद्र सरकार की बाट जोह रहा। किसान यह भी आशा रखता है कि इस दिशा में उचित कदम उठाए जाएंगे।
भूमि अधिग्रहण कानून और भी मजबूती के साथ किसान हितों के लिए बनाया जाएगा। जल-जंगल-जमीन बचाने के लिए एकजुटता दिखाते आदिवासियों की भी सरकार सुध लेगी। केरल का नारियल किसान हो या समुद्री तटों पर मछुआरों के हितों की रक्षा या फिर चार साल के लिए अग्निवीर योजना के तहत चयनित युवाओं का भविष्य फिर से संवारने की योजना, इस पर सबसे पहले संसद के सत्र में विचार कर इसे उपयोगी बनाया जाएगा। राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा से भी विचार विमर्श किया जाएगा।
भाकियू की ओर से यह प्रस्ताव रखा जाएगा कि केंद्र और राज्य सरकारों के किसानों से संबंधित विभागों से बातचीत की जाए और किसानों की समस्याओं को हल कराने की दिशा में पहल की जाए। यदि सरकारें नहीं मानती तो उनके विरुद्ध मोर्चा खोला जाएगा।
उन्होंने पंचायत स्थल की राज्य सरकार पर भी किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया और राज्य के किसानों से कांवड़ यात्रा के बाद सरकार से दो-दो हाथ करने की घोषणा भी मंच से कर दी। वहीं, हरियाणा व अन्य प्रदेशों के मुखियाओं से अपने-अपने राज्य में किसान आंदोलन खड़ा करने का आह्वान किया।
समापन के मौके पर राकेश टिकैत ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पठाया और खेती-किसानी को नए तरीके से करने के भी गुर बताए।
महिला पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया वहीं यूनियन की शुरुआत से जुड़े परिवारों के प्रति सम्मानभाव रखने उन्हें संगठन में और सक्रिय करने के भी निर्देश दिए गए। वहीं प्रत्येक पदाधिकारी को कम से कम 25 कार्यकर्ता जोड़ने का संकल्प दिलाया।
समापन के अवसर पर सॉरी कुमार साहू को उड़ीसा का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया गया। । अध्यक्षता बतीसा खाप के बाबा शोकेंद्र सिंह ने की।
इस मौके पर राष्ट्रीय महासचिव राजवीर सिंह जादौन, उपाध्यक्ष बलराम नंबरदार, घनश्याम वर्मा, हरियाणा के युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद, भाकियू उपाध्यक्ष सोनू मालपुरिया, मध्य प्रदेश के अध्यक्ष अनिल यादव, यूपी युवा अध्यक्ष अनुज सिंह आदि मौजूद रहे।