मेरठ। शोभित विश्वविद्यालय के ईको क्लब एवं हेरिटेज क्लब द्वारा पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में एक ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी के मुख्य वक्ता भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के डॉ. अक्षत रहे। जिन्होंने प्राचीन काल में जल संरक्षण की पद्धतियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्राचीन समय में जल संसाधनों के प्रबंधन और संरक्षण के लिए किस प्रकार के तकनीकों का उपयोग किया जाता था। गोष्ठी के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.वी.के.त्यागी ने कहा कि आज बढ़ते तापमान का कारण प्रदूषण है। हम सब को मिलकर यह प्रण लेना होगा कि कम से कम एक पौधे को जरूर रौपे । विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. जयानंद ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मोबाइल की विकिरणों से उत्पन्न प्रदूषण से हमें बचने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक के लाभ के साथ-साथ इसके नकारात्मक प्रभावों से भी हमें सतर्क रहना चाहिए।जैवप्रौद्योगिकी विभाग की डायरेक्टर डॉ. दिव्या प्रकाश ने सभी सहभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया । सभी को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मिलकर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस गोष्ठी का संचालन मोनिका चौधरी ने किया। कार्यक्रम में डॉ. संदीप कुमार, रूपेश, दीपिका शर्मा, नम्रता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।