
मेरठ। पश्चिमांचल प्रबंधन द्वारा मनमाने ढंग से 4 अभियंताओं (2 अधीक्षण अभियंताओं एवं 2 अधिशासी अभियंताओं) का निलंबन एवं 16 अभियंताओं (4 अधीक्षण अभियंताओं एवं 12 अधिशासी अभियंताओं) को आरोप पत्र निर्गत किया गया। इसके विरोध में अभियंता संघ पश्चिमांचल की आपातकालीन ऑनलाइन बैठक सोमवार को आयोजित की गई। बैठक में क्षेत्रीय अभियंताओं द्वारा बताया गया कि उत्पीड़नात्मक कार्रवाई तकनीकी एवं वाणिज्यिक बिंदुओं का सही आंकलन किए बिना अव्यवहारिक ढंग से परेशान करने के मंशा से की गई है। ऑनलाइन बैठक में अभियंताओं द्वारा एक स्वर में प्रबंधन द्वारा की गई उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की निंदा की गई, साथ ही अभियंताओं द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा खंड के अंतर्गत कई वाणिज्यिक एवं तकनीकी बिंदुओं में विशेष प्रयास कर सुधार किया गया, परन्तु प्रबंधन द्वारा उन विशेष प्रयासों को दरकिनार करते हुए उत्पीड़नात्मक एक्शन किया जाना न्यायसंगत नहीं है। अभियंताओं द्वारा अपने कार्यक्षेत्र में लगातार विशेष प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि उपभोक्ताओं को निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति एवं ससमय सही बिल निर्गत हो सके, ऐसे में इस प्रकार की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई अभियंताओं का मनोबल कम करने वाला है, जिससे पश्चिमांचल क्षेत्र में औद्योगिक अशांति एवं आक्रोश का वातावरण बन रहा है। बैठक में समस्त क्षेत्रीय सचिव, शाखा सचिव, मंडल सचिव एवं पश्चिमांचल क्षेत्र के अभियंता सम्मिलित हुए। अभियंता संघ, पश्चिमांचल इकाई द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लेकर प्रबंधन से मांग की गयी कि अनैतिक रूप से की गई समस्त उत्पीड़नात्मक कार्रवाई तत्काल निरस्त की जाए, अन्यथा स्थिति में किसी भी औद्योगिक अशांति के लिए पश्चिमांचल प्रबंधन पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगा।