
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। दिल्ली-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर पर शताब्दी नगर स्टेशन का काम लास्ट स्टेज पर है। फिलहाल नमो भारत न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक 55 किलोमीटर पर चल रही है। मेरठ साउथ के बाद अगला स्टेशन (मेरठ-मोदीपुरम की ओर) शताब्दी नगर है। स्टेशन की जानकारी बुधवार को छब्त्ज्ब् के स्टाफ ने दी। बताया कि 6 किमी के हिस्से तक ट्रैक बिछ चुका है, ओएचई का काम भी पूरा हो चुका है। शताब्दी नगर स्टेशन चलने के बाद नमो भारत मेरठ शहर के इंटरनल हिस्से में जुड़ जाएगी। शताब्दी नगर स्टेशन की लंबाई 215 मीटर है जबकि चौड़ाई 30 मीटर और ऊंचाई 15 मीटर है।
इस स्टेशन पर नमो भारत और मेरठ मेट्रो, दोनों का स्टॉप होगा। इस स्टेशन में यात्रियों के आने-जाने के लिए दो एंट्री-एग्जिट हैं जो कि लगभग तैयार हैं। यात्रियों को पार्किंग की सुविधा भी इस स्टेशन पर मिलेगी। द स्टेशन पर पार्किंग की भी मिलेगी सुविधाः मेरठ साउथ से चलने के बाद नमो भारत ट्रेन शताब्दी नगर ही रुकेगी। स्टेशन संचालित होने से हापुड़ की तरफ जाने वालों को भी फायदा मिलेगा जो बिजली बंबा बाईपास से हापुड़ की तरफ जाते हैं। इसके अलावा ब्रह्मपुरी, रेल विहार (रिठानी), पंचवटी एन्कलेव, सुपरटेक पाम ग्रीन सोसायटी, जलवायु टॉवर आदि में रहने वालों को भी स्टेशन संचालित होने से लाभ होगा। द एंट्री एग्जिट के लिए हैं अलग अलग गेट: एक अनूठी पहल के तहत भारत में पहली बार सेमी हाई स्पीड नमो भारत और मेट्रो ट्रेन एक ही इन्फ्रास्ट्रक्चर और एक ही ट्रैक पर शहर में दौड़ती दिखाई देगी। मेरठ साउथ से यात्रियों को मेरठ मेट्रो की सुविधा मिलेगी। मेरठ मेट्रो के लिए शताब्दी नगर चौथा स्टेशन होगा। इस खंड पर एनसीआरटीसी द्वारा ट्रायल रन किए जा रहे हैं। परतापुर मेट्रो स्टेशन के पास रेलवे स्टेशन मेरठ साउथ के बाद मेरठ मेट्रो का अगला स्टॉप परतापुर मेट्रो स्टेशन है। इस स्टेशन पर फिनिशिंग कार्य जारी है। ये एक मेट्रो स्टेशन है, जिसकी लंबाई करीब 75 मीटर है। इस स्टेशन पर नमो भारत का स्टॉप नहीं होगा। परतापुर स्टेशन के पास में ही भारतीय रेलवे का परतापुर रेलवे स्टेशन भी है। दिल्ली से मेरठ के बीच घटेगी दूरी परतापुर के बाद रिठानी मेट्रो स्टेशन है, जहां के नजदीक कुछ औद्योगिक क्षेत्र भी बने हैं। स्टेशन की लंबाई 75 मीटर और ऊंचाई करीब 15 मीटर है। स्टेशन में फिनिशिंग कार्य तीव्र गति से जारी है, जो समाप्ति की ओर है। स्टेशन पर दो एंट्री-एग्जिट हैं, जिनमें से एक का काम लगभग पूर्ण हो गया है। स्टेशन के तकनीकी कमरे भी तैयार हैं। मेरठ मेट्रो की खासियत
द अत्याधुनिक बॉडी डिजाइन, 3.2 मीटर चौड़े और 22 मीटर लंबे स्टेनलेस स्टील कोच द करीब 175 सीटों वाली 3 कोच की मेट्रो ट्रेन, 700 से अधिक यात्री एक बार में कर सकेंगे सफर द एर्गोनॉमिक डिजाइन, 2Û2 स्टाइल की आरामदायक सीटें, सामान रखने के लिए रैक द खड़े होने वाले यात्रियों के लिए सीटों पर ग्रैब हैंडल के साथ आधुनिक इंटीरियर द मेक-इन-इंडियाश् का शानदार उदाहरण, भारत में ही 100 प्रतिशत डिजाइन और निर्माण द ऊर्जा कुशल, स्वचालित ट्रेन नियंत्रण और संचालन, आधुनिक रिजेनेरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम द इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए चार्जिंग पोर्ट, इंडिकेशन लाइट के साथ पुश बटन वाले दरवाजे द बड़े इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड और स्पीकर, इनडोर-आउटडोर सीसीटीवी कैमरे द इमर्जेंसी अलार्म और टॉक बैक सिस्टम जैसे सुरक्षा उपाय, आपात कालीन निकासी के लिए उपकण द बेहतर भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) द आपातकालीन स्थिति में मेडिकल स्ट्रेचर ले जाने के लिए जगह, व्हीलचेयर के लिए भी स्थान द लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन (एलटीई) पर हाइब्रिड लेवल-3 के साथ यूरोपीय ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (ईटीसीएस) लेवल 2 सिग्नलिंग