
सहारनपुर एजेंसी। 25 साल के सेना के जवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घर से 300 मीटर दूरी शव मिला। एक गोली सिर में तो दूसरी सीने पर मारी गई। दो दिन पहले चचेरे भाई के मर्डर मामले में फौजी ने कोर्ट में गवाही दी थी।
25 साल के फौजी विक्रांत गुर्जर जम्मू में तैनात थे। 4 दिन पहले छुट्घ्टी लेकर घर आए थे। वारदात जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर रामपुर मनिहारान के मुंडीखेड़ी गांव की है। फौजी के छोटे भाई हर्ष ने बताया- भाई रात 8.30 बजे खाना खाकर टहलने बाहर निकला था। काफी देर तक घर नहीं लौटा तो मोबाइल पर कॉल की तो फोन स्विच ऑफ था। हम लोगों ने आसपास तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। गुरुवार सुबह कुछ ग्रामीणों ने गांव की एक रोड पर शव पड़ा देखा। वह विक्रांत को पहचान गए। उन्होंने तुरंत परिवार को सूचना दी। हम लोग दौड़ते हुए पहुंचे। वहां शव खून से लथपथ पड़ा हुआ था। सूचना पर एसएसपी रोहित सजवाण मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया। फोरेंसिक टीम ने जांच की। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस को परिजनों ने बताया- विक्रांत के चचेरे भाई रजत की चार साल पहले चाकू मारकर हत्या हुई थी। विक्रांत हत्या के मुख्य गवाह थे। दो दिन पहले यानी 8 अप्रैल को कोर्ट में विक्रांत की गवाही हो गई थी। वह इस केस में आखिरी गवाह थे। इसलिए जम्मू से छुट्घ्टी लेकर आए थे। विक्रांत के पिता का नाम राजेंद्र है। उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। परिवार में मां, छोटा भाई और दो बहन हैं। अभी किसी की भी शादी नहीं हुई है। भाई हर्ष ने बताया कि रिश्तेदारी में एक सदस्य की कुछ दिन पहले हार्टअटैक से मौत हुई थी। जिसकी गुरुवार को तेरहवीं होनी थी। गांव छावनी में तब्दील: विक्रांत की हत्या के बाद गांव में तनाव है। पुलिस ने गांव में फोर्स तैनात कर दी है। जिस परिवार पर विक्रांत के भाई की हत्या का आरोप था, वह घर छोड़कर भाग गए हैं। पुलिस का कहना है कि हत्या क्यों हुई।