
लखनऊ/आगरा एजेंसी। लखनऊ के होटल में बाप-बेटे ने अपने परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी। पत्नी और 4 बेटियों की हत्या के बाद पिता होटल से भाग गया। जबकि बेटा थाने गया। वहां पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरे में 5 लोगों की लाश पड़ी थी। डीसीपी रवीना त्यागी ने बताया- बेटे अरशद (24) के साथ पिता मो. बदर ने पत्नी आसमां, 4 बेटियों- आलिया (9), अक्क्षा (16), अल्शिफा (19) और राहीमीन (18) की हत्या कर दी। परिवार 30 दिसंबर को लखनऊ आया था। नाका इलाके के शरनजीत होटल में कमरा लिया। बेटे ने मर्डर करनेे के दौरान का वीडियो भी बनाया। इसमें पिता बच्ची का गला दबाते नजर आ रहा है। कमरे में लाशें पड़ी हुई हैं। परिवार आगरा के इस्लाम नगर, टेढ़ी बगिया का रहने वाला था। शरनजीत होटल में कमरा नंबर-109 में ठहरा था। जांच के बाद पुलिस ने कमरा सील कर दिया। अरशद ने हत्या के दौरान वीडियो बनाया। इसमें आगरा में पड़ोसियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया। कहा- उन्होंने जीना हराम कर दिया। हमारे घर पर कब्जा करना चाहते हैं। हम 13 दिन से फुटपाथ पर सोने के लिए मजबूर हैं। आरोपी हमारी बहनों को बेचना चाहते थे। आज ये बहुत तड़पी हैं। हत्या के बाद पिता को स्टेशन पर छोड़ा अरशद ने पूछताछ में बताया कि उसे डर था कि उसे कुछ हो गया तो मां और बहन का क्या होगा। इसलिए उनको मारने का फैसला किया। अरशद परिवार को पहले अजमेर लेकर गया। फिर लखनऊ लाकर सभी को होटल में रुकवाया। रात में शराब पिलाई। पिता के साथ मिलकर कुछ के मुंह में कपड़ा डालकर दुपट्टे से गला दबा दिया और कुछ की कलाई ब्लेड से काट दी। 6 महीने पहले शादी हुई, लेकिन पत्नी ने छोड़ दिया : आगरा में पड़ोसियों ने बताया कि अरशद की शादी हो चुकी है। शादी के 6 महीने बाद ही उसकी पत्नी ने उसे छोड़ दिया था। परिवार मुहल्ले के लोगों से संपर्क नहीं रखता था। बाप-बेटा दोनों अक्सर झगड़ा करते रहते थे। आगरा एजेंसी। लखनऊ में चार बहनों और मां के कत्ल करने वाले असद के पिता का वो शिकायती पत्र भी सामने आया है, जिसमें उसने अपनी पीड़ा बयां की है। साथ ही लिखा है कि यदि मुझे और मेरे परिवार को कुछ हो जाए, तो मेरे घर में राम मंदिर बनवा देना। राजधानी लखनऊ में चार बहनों और मां का कत्ल करने वाले असद ने 18 दिसंबर को एक शिकायती पत्र लिखा, जिसमें उसने अपनी पीड़ा बताते हुए पीएम मोदी, सीएम योगी के अलावा जिले के तमाम अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई। इस शिकायती पत्र में उसने अपील की थी कि क्षेत्र के ही कुछ लोगों द्वारा उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। असद ने इस शिकायती पत्र में लिखा है कि 18 दिसंबर को उसके घर पर पथराव किया गया। मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी गई। उसने डायल 112 पर फोन कर पुलिस भी बुलाई, लेकिन पुलिसकर्मियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस बात से वो बुरी तरह आहत हो चुका था। इसी वजह से हिंदू धर्म अपनाने और अपने मकान में मंदिर बनवाने की घोषणा कर दी। साथ ही परिवार के लोगों की सुरक्षा के लिए गुहार भी लगाई थी। असद के पिता बदर की ओर से ये शिकायती पत्र पीएम मोदी, सीएम योगी के अलावा अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष, नई दिल्ली के अलवा आगरा के जिलाधिकारी, पुलिस आयुक्त, पुलिस उपआयुक्त, थाना छत्ता सर्किल के सहायक पुलिस आयुक्त और थाना ट्रांस यमुना के थाना प्रभारी का नाम है। इस पत्र में लिखा है कि वो मकान संख्या-183 इस्लाम नगर, टेढ़ी बगिया का रहने वाला है। उसके पड़ोसी और उनके रिश्तेदार अपराधी किस्म के लोग हैं। वो अपने घर में छोटी सी परचून की दुकान चलाता है। आरोपियों ने 16 दिसंबर की शाम पांच बजे ऑटो से उसकी दुकान में टक्कर मरवाई, जिससे उसकी छोटी बेटी आलिया के हाथ में चोट लग गई। पीड़ित ने थाने में शिकायत की, तो थाना पुलिस ने राजीनामा कराकर मामला रफादफा कर दिया। इसके बाद 18 दिसंबर को सुबह आठ बजे आरोपियों ने उसके घर पर पथराव कर दिया। विरोध करने पर मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। पत्र में लिखा है कि वो आरोपियों से इस कदर दहशत में हैं कि हिंदू धर्म अपनाना चाहते हैं। इसके साथ ही आरोपी जिस मकान पर कब्जा करना चाहते हैं, वहां उनकी अपील है कि राम मंदिर बनवाया जाए। आरोपियों के डर की वजह से पीड़ित बच्चों को लेकर सर्दी में भी घर छोड़कर सड़क पर भटकने के लिए मजबूर है। यदि मुझे और मेरे परिवार को कुछ हो जाता है, तो मेरी पूरी जायदाद हिंदू मंदिर ट्रस्ट के नाम कर दी जाए।