शाहजहांपुर एजेंसी। पुलिस ने आर्मी के फर्जी कैप्टन को गिरफ्तार किया है। आरोपी 50 हजार रुपए ठगने के लिए वर्दी में पहुंचा था। फर्जीवाड़ा होने की शक पर पीड़ित ने पुलिस को बुलाया। पहले तो आरोपी ने पुलिस को धमकी दी, इसके बाद माफी मांगने लगा। पुलिस ने एनडीए का फुलफार्म पूछा तो वह नहीं बता पाया। घटना निगोही थाना क्षेत्र के टिकरी चौकी के पास की है। आरोपी दसवीं पास है। बरेली में सेना के अधिकारियों के घर पर खाना बनाता है। आरोपी की पहचान मऊ खास निवासी रवि के रूप में हुई है। पीलीभीत के गायेबोझ निवासी चन्दनपाल ने बताया- परिवार के कुछ सदस्य हत्या के आरोप में पीलीभीत जेल में बंद हैं। उनकी जमानत के लिए प्रयासरत था, इसी बीच मेरा संपर्क थाना बदर बाजार क्षेत्र के मऊ खास निवासी रवि से हुआ। रवि ने खुद को आर्मी में कैप्टन बताया। उसने कहा- जेल में बंद उसके सदस्यों को छुड़वा देगा। 50 हजार रुपए खर्च करना होगा। रवि ने चन्दनपाल को फोन करके निगोही क्षेत्र के टिकरी चौकी के पास बुलाया। चन्दन ने उसको पीलीभीत में आने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया तो पीड़ित को शक हुआ। चन्दनपाल शाहजहांपुर की टिकरी चौकी के पास आने के लिए राजी हो गया। दोनों की मुलाकात टिकरी चौकी के पास हुई। आरोपी आर्मी की वर्दी में बाइक से पहुंचा था। बातचीत के दौरान उसने आर्मी में का कैप्टन बताया और जेल से छुड़ाने के बदले 50 हजार रुपए मांगे। वह बातचीत के लहजे से आर्मी वाला नहीं लग रहा था। शक होने पर चन्दनपाल ने उसको कुछ देर रुकने को कहकर पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उससे छक्। का फुलफार्म पूछताछ तो वहनहीं बता पाया। आरोपी ने बताया कि वह सिर्फ 10वीं पास है। आरोपी के पास से बाइक, एक मोबाइल, कैंटीन का स्मार्ट कार्ड जो नरेश कुमार के नाम से था, इसके अलावा अन्य सामग्री मिली। रवि ने बताया कि वह बरेली के जाट रेजिमेंट के अधिकारियों के यहां काफी समय खाना बनाया। आरोपी रवि गरीब परिवार से है। चार भाइयों में सबसे छोटा है। बड़े भाई की मृत्यु हो जाने पर भाभी के साथ विवाह किया है। महिला के पहले पति से तीन बच्चे हैं। उनके पास खेती नहीं है। एक मात्र मकान है। गांव में भी वह सबको सेना का अधिकारी बताकर रौब गांठता था। पुलिस के शिकंजे में फंसा रवि अपनी गलती पर माफी मांगने लगा। वह बोला कि उसने वर्दी पहनी थी, लेकिन बैच धोखे से लगाया था। पहले रौब गांठने वाला आरोपी बाद में रिहा करने की गुजारिश करने लगा। सीओ सदर प्रयांक जैन ने बताया कि आर्मी के फर्जी कैप्टन को गिरफ्तार किया है। 50 हजार रुपए की ठगी करने की कोशिश कर रहा था। पूछताछ करने के बाद आरोपी को जेल भेज दिया है।