नई दिल्ली एजेंसी। लोकसभा चुनाव की काउंटिंग से एक दिन पहले इलेक्शन कमीशन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोशल मीडिया ट्रोलिंग पर कहा- हमें लापता जेंटलमेन कहा गया, लेकिन इसी दौरान देश में वोटिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया।
यह हमारे लोकतंत्र की ताकत है। सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि पहली बार चुनाव के बाद होने वाली हिंसा रोकने के लिए संवेदनशील जगहों पर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात रखने का फैसला किया गया है।
आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसी जगहों पर यह फोर्सेस पोस्ट पोल वॉयलेंस रोकेंगी। ऐसा पहली बार हुआ है, जब ईसी लोकसभा चुनाव वोटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा है। 1952 से लेकर अब तक के किसी भी लोकसभा चुनाव के दौरान आयोग ने वोटिंग के बाद और रिजल्ट के पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है। इससे पहले चुनाव आयोग ने 16 मार्च की प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकसभा और 4 विधानसभाओं की चुनाव तारीखों का ऐलान किया था।
फेक न्यूज रोकी, खुद पर होने वाले हमले नहीं रोक पाए: हमने फेक न्यूज रोकी, लेकिन खुद पर होने वाले हमले नहीं रोक पाए। हम चुनाव कराएं या यह सब देखें। 16 मार्च को मैंने कहा था- झूठ का एक बाजार है, यहां गुब्बारे फटते हैं। हमें यह नहीं पता था कि यह हम पर ही फटेगा।
642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया
हमने 642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह सभी ळ7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और म्न् के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है।
जम्मू-कश्मीर में चुनाव जल्द होंगे: जम्मू-कश्मीर की स्टोरी आशा देने वाली है। ये लोग लोकतंत्र में भाग लेकर आगे आना चाहते हैं। बहुत जल्दी हम इनकी इच्छा पूरी करेंगे। जम्मू-कश्मीर में बहुत जल्द चुनाव होंगे। हम इसकी प्रक्रिया जल्दी शुरू करेंगे।
हमारी गलती हो, तो बताएं: जो काउंटर पर बैठे हैं, जो कंटेस्ट कर रहे हैं उनकी कोई शिकायत नहीं है। फिर पता नहीं कहां से शिकायत है। सब पारदर्शिता से काम होगा। अगर फिर भी कोई गलत मंशा से उपद्रव करना चाहता है, तो फिर उनसे सख्ती से निपटें।
हमारे निर्देश का मतलब- ये होना ही है: 70 साल से यह प्रोसेस चला आ रहा है। हमने सबको निर्देश दिए हैं। आरओ- एआरओ को हमारे निर्देश का मतलब होता है- ये होना ही है। हर किसी के लिए हैंडबुक है, काउंटिंग एजेंट, आरओ और कैंडिडेट के लिए भी। कल मल्टीपार्टी मीटिंग में हमसे कुछ मांगें की गई थीं। हम सबको मानेंगे। जैसे सीसीटीवी, दिन तारीख को दिखाया जाए, हर राउंड का रिजल्ट डिस्प्ले होना चाहिए। ये सब होगा।
काउंटिंग में गलती नहीं हो सकती: मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- जिस तरह वोटिंग प्लानिंग से कराई, उसी तरह काउंटिंग भी मुस्तैदी से होगी। 10.50 लाख बूथ, एक हॉल में 14 टेबल। 8000 से ज्यादा उम्मीदवार हैं। 30 से 35 लाख लोग बाहर हैं। वहां माइक्रो ऑब्जर्वर होंगे। कम से कम 70 -80 लाख लोगों के बीच काम होगा। गलती हो ही नहीं सकती।
आयोग सिंथेटिक कंटेंट पर कंट्रोल किया: महज 7 दिन में हमारी वेबसाइट पर 620 मिलियन टाइम्स सर्चिंग हुई। हमें चिंता थी कि इस बार किस तरह के एआई से बने फोटो आएंगे। आपको ध्यान होगा ऐसा कुछ नहीं हुआ। चुनाव आयोग ने इस तरह के सिंथेटिक कंटेंट पर कंट्रोल करने में सफलता हासिल की।
हम इसके लिए डेढ़ साल से तैयारी कर रहे थे।
34 मिनट पहले
नेताओं के रिश्तेदारों को सीएम ऑफिस से हटाया
पहले होता था आचार संहिता में सारे विकास कार्य बंद हो जाते थे। इस बार हमने इसे बदला, 48 घंटे का समय दिया ताकि सरकारी योजनाएं चलती रहें। इस बार नया नैरेटिव सेट किया गया। राजनेताओं के रिश्तेदारों को चीफ मिनिस्टर ऑफिस से हटाया गया। 4.56 लाख हिंसा के केस हमें सीविजिल पर मिले। कई नेताओं के खिलाफ प्रशासनिक तबादले, नोटिस और एफआईआर जारी किए गए।
36 मिनट पहले
न पैसा बंटा, न शोर हुआ
न कहीं साड़ी बंटी, न कुकर बंटा, न पैसा बंटा, कहीं देखने को मिला इस बार, नहीं मिला। हमने देखा ही नहीं जो नहीं हुआ। 10 बजे के बाद शोर नहीं हुआ। शांतिपूर्ण चुनाव हुए।
37 मिनट पहले
10 हजार करोड़ रुपए जब्त किए
कोई ऐसा नहीं बचा जिसका हेलिकॉप्टर चेक न हुआ हो। ये मैसेज था कि जो टीम काम कर रही है वह डरेगी नहीं। इसका नतीजा है कि 10 हजार करोड़ का अमाउंट पकड़ा गया। जो 2019 में जब्त किए गए मूल्य का लगभग 3 गुना है।
38 मिनट पहले
पैसे और फ्रीबीज का डिस्ट्रीब्यूशन रोका
2 साल की कड़ी मेहनत से इतनी तैयारी हुई है। ये आपको दिखाने का मतलब था कि ये मेहनत कहीं खो न जाए। आपको याद होगा कैसे पैसे और फ्रीबीज का डिस्ट्रीब्यूशन होता था। शराब , साड़ी क्या क्या नहीं बंटता था। मुझे बताई इस बार कोई घटना हुई हो। इससे पहले जो 11 या 12 चुनाव हुए हैं, उनको मिलाइये, वहां हमने ये सब रोका है।
42 मिनट पहले
प्च्स् और सचिन तेंदुलकर ने वोटर्स को जागरूक किया
हमने इस बार क्या क्या एफर्ट लगाए ये बताना चाहता हूं। कोई भी मेजर ब्रांड और स्टार्ट अप ऐसा नहीं था जो आगे बढ़कर हमसे मदद के लिए न पूछ रहा हो। आईपीएल के मैच, सचिन तेंदुलकर, पेट्रोल पंप भी प्रो-बोनो सेलेब्रेटीज ने चुनाव जागरूकता में मदद की।
44 मिनट पहले
सिर्फ 39 बूथों पर रीपोलिंग हुई
हमने 26 स्पेशल पोलिंग स्टेशन बनाकर वोटिंग करना सिखाया। रीपोलिंग केवल 39 हुए, जबकि 2019 में 540 रीवोटिंग हुई थी। 39 में से 25 रीपोलिंग केवल 2 राज्यों में हुई।
46 मिनट पहले
जम्मू कश्मीर में 58.58ः ओवर ऑल वोटर टर्नआउट रहा
ये अलग सक्सेस स्टोरी है। जम्मू कश्मीर में 58.58ः ओवर ऑल वोटर टर्नआउट रहा। हमसे पूछा गया आप साथ-साथ चुनाव क्यों नहीं करवा रहे हैं। तो हम अब करेंगे।
47 मिनट पहले
642 मिलियन वोटर्स ने मतदान किया
642 मिलियन वोटर्स ने उदासीनता की जगह हिस्सेदारी को चुना। संदेह की जगह विश्वास को चुना और कुछ मामलों में गोली की जगह बैलट को चुना। हम लोकतंत्र के इस उत्सव में भाग लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति का आभार व्यक्त करते हैं।