मेरठ। मेरठ कॉलेज मेरठ के इतिहास विभाग में 3 दिवसीय कार्यक्रम के पहले 1857 की क्रांति नामक विषय पर एक क्विज प्र्रतियोगिता डॉक्टर रामकुमार गुप्ता सभागार में आयोजित किया गया । प्रतियोगिता में एमए चतुर्थ सेमेस्टर के विवेक कुमार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और द्वितीय स्थान पर सोनू और मूलचंद संयुक्त रूप से विजय रहे। नरेंद्र राणा और इशिका दक्ष ने इस क्विज कंपटीशन में तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम के उपरांत मेरठ कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर अंजलि मित्तल मेरठ कॉलेज की डीन डॉ सीमा पवार ने विजेताओं को सर्टिफिकेट एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया । इस कार्यक्रम का नेतृत्व डॉ वकुल रस्तोगी ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग की अध्यक्ष डॉ अर्चना ने की। दूसरा कार्यक्रम इतिहास विभाग द्वारा डॉक्टर बी.आर.चटर्जी मेमोरियल म्यूजियम में एक प्रदर्शनी लगाने का था। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार से पधारे इतिहास एवं
पुरातत्व के प्रसिद्ध प्रोफेसर प्रभात कुमार ने किया । कार्यक्रम के उद्घाटन में मेरठ कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर अंजलि मित्तल, आइक्यूएसी के कोऑर्डिनेटर डॉक्टर अर्चना सिंह ने भाग लिया। प्रो प्रभात कुमार और प्रो अंजलि मित्तल ने फीता काटकर इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
उसके बाद प्रदर्शनी सभी के सार्वजनिक रूप से विचरण करने के लिए विधिवत्त प्रारंभ हो गई। हरिद्वार से प्रोफेसर प्रभात कुमार ने पूरे संग्रहालय का निरीक्षण किया और उन्होंने बताया कि इस संग्रहालय को बहुत ही ऊंचे स्तर तक ले जाया जा सकता है ।
क्योंकि मेरठ कॉलेज के संग्रहालय में प्राचीन सिक्के, प्राचीन काल की मूर्तियां ,1857 की क्रांति की गैलरी संबंधी सभी समान है। प्रदर्शनी का मुख्य विषय भारतीय इतिहास एवं ऐतिहासिक व्यक्तित्व रहा। प्रोफेसर प्रभात कुमार ने इतिहास में पुरातत्व की महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि किस प्रकार पुरातत्व एक वैज्ञानिक विधि है विभाग की अध्यक्ष डॉ अर्चना सिंह ने विभाग की उपलब्धियां इस कार्यक्रम में गिनाई और उन्होंने बताया कि इतिहास विभाग के दो छात्रों ने जो की एमए चतुर्थ सेमेस्टर के हैं, उन्होंने नेट जेआरएफ परीक्षा उत्तीर्ण की है ,और इतिहास विभाग की परंपरा है कि जो भी छात्र नेट या प्रशासनिक सेवा का कंपटीशन पास करता है, उसको इतिहास विभाग नगद पारितोषिक देकर सम्मानित करता है । एमए चतुर्थ सेमेस्टर के विवेक कुमार और नरेंद्र राणा को प्रतियोगिता परीक्षा उत्तीर्ण करने के संदर्भ में नगद पारितोषिक दिया गया। कार्यक्रम में मेरठ की प्रसिद्ध मूर्ती शिल्पकार मंदाकिनी कपूर ने भी हिस्सा लिया । उन्होंने शिव पार्वती की खुद अपने हाथ से बनाई गई पत्थर की मूर्ति इतिहास विभाग के संग्रहालय को उपहार स्वरूप दी। बिपिन, रोहित, श्वेता, संदीप, अलकेश, दीपक, अर्चित का विशेष योगदान रहा।