मेरठ। बेगमपुल व्यापार संघ ने जाम को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन भेजा । बेगमपुल व्यापार संघ के अध्यक्ष पुनीत शर्मा ने मेरठ में जाम की समस्या को और उससे व्यापारियों आम नागरिकों के त्रस्त होने के साथ ही पुलिस प्रशासन द्वारा मात्र जाम का स्थान परिवर्तन करके अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहा है। उन्होंने कहा कि जाम लगने का मुख्य कारण अत्यधिक संख्या में टेंपो वा ई रिक्शा का होना व उनका बे तरतीब तरीके से खड़ा होना है।
चौराहों के आसपास गलत तरीके से बैरिकेटिंग कर रास्ते को अनावश्यक बंद करना,अवरुद्ध करना है। टेंपो वा ई रिक्शा निर्धारित मार्गो से अलग मार्गों पर अवैध रूप से संचालित होने के कारण अनेकों मोहल्ला तिलक रोड, पीएल शर्मा रोड, चकबंदी रोड ,पत्ता मोहल्ला, थापर नगर, छिपी टैंक ,आदि गली मोहल्ले में रोजाना जाम लगता है।
उन्होंने सुझाव भी दिये कि जाम समस्या के निवारण के लिए जरूरी है कि शहर में ई-रिक्शा व टेंपो के मार्ग निश्चित हो तथा उन पर चलने की इनकी संख्या भी निश्चित हो । साथ ही इनकी संख्या के अनुरूप उनके लिए स्टैंड निर्धारित हो जहां से इनका संचालन ठीक प्रकार से हो सके।
जिन मार्ग मार्गों पर सरकारी लोकल बस जेएनयू आर एम या इलेक्ट्रिक बस का संचालन होता है उन मार्गों पर इनका संचालन प्रतिबंधित हो।
ताकि सरकारी राजस्व की हानी को रोका जा सके वह सरकार को राजस्व की प्राप्ति हो । चौराहों को बैरिकेडिंग मुक्तकर ट्रैफिक का संचालन चारों मार्गों पर सुचारू बनाए जाएं।
आबूलेन से बेगमपुल पीएल शर्मा रोड आने वाले मार्ग को खोला जाएं। सोतीगंज से सदर की तरफ जाने वाले मार्ग को खोला जाए । नंबर चार नगर निगम विकास प्राधिकरण अपनी व अन्य सरकारी विभागों की खाली जमीनों को चिन्हित कर उन पर पार्किंग व मल्टी लेवल पार्किंग बनवाया जाएं ताकि व्यापारी अपने व अपने ग्राहकों के वाहन पार्किंग में खड़े कर सके ।
उन्होंने बताया कि 13 अगस्त 2022 को तत्कालीन मंडल आयुक्त को इस समस्या से संबंधित पत्र दिया गया था । आरोप है कि पुलिस की मिली भगत से वही जाम व टेंपो ई रिक्शाओ का अनियंत्रित खड़े रखने का कार्यक्रम शुरू हो गया ।
इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , प्रमुख सचिव, मंडल आयुक्त मेरठ मंडल , एडीजी मेरठ रेंज, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ , नगर आयुक्त मेरठ इन सभी अधिकारियों से व्यापार संघ में ज्ञापन देकर जाम की समस्या का समाधान करने की मांग की है। जब तक पार्किंग की व्यवस्था नहीं होती तब तक किसी भी प्रकार के वाहनो का चालान बाजारों में ना किया जाए । अन्यथा की स्थिति में व्यापारी उत्पीड़ित होकर आंदोलन के लिए बाध्य होगा।