मेरठ। उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित तथा रघुनाथ गर्ल्स पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज मेरठ की प्राचार्या प्रो. निवेदिता कुमारी के संरक्षण में शारीरिक शिक्षा व क्रीडा विभाग,संस्था नवप्रवर्तन परिषद्, अनुसंधान विकास प्रकोष्ठ व आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में होलेस्टिक अप्रोच टू हीलिंग थेरीपीज फॉर बॉडी एंड माइंड विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी के दूसरे दिन का शुभारम्भ मुख्य अतिथि वक्ता डॉ. प्रवेश टितोरिया एवं महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. निवेदिता कुमारी द्वारा भारतीय पारंपरिक पद्धति के अनुसार दीप प्रज्ज्वलन एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया। यौगिक विभाग द्वारा एक नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसमें विभिन्न योगासनों की झलक दिखाई गई।
महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. निवेदिता कुमारी ने पौधा, स्मृति चिन्ह देकर मुख्य अतिथि वक्ता डॉ. प्रवेश टीतोरिया का स्वागत किया। इस शुभ अवसर पर अतिथि वक्ता डॉ. प्रकाश टीतोरिया का महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. निवेदिता कुमारी द्वारा आईएसबीएन नंबर सहित संपादित पुस्तक ग्लोबल क्राइसिस और इंटरनेशनल रिलेशंस का विमोचन किया गया।
राष्ट्रीय संगोष्ठी में अयोध्या, इलाहाबाद, लखनऊ, सुल्तानपुर , प्रतापगढ़, जौनपुर, हरिद्वार, मथुरा, आगरा हरियाणा, दिल्ली इत्यादि क्षेत्रों के प्राध्यापकों, शोधार्थियों ने बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. निवेदिता कुमारी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि हम सभी को शारीरिक स्वास्थ्य के साथ- साथ मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। मानसिक संघर्ष को विराम देने के लिए हमें योगा को ज्यादा से ज्यादा अपनाना चाहिए। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि वक्ता डॉ. प्रवेश टितोरिया महाविद्यालय सभागार में उपस्थित विद्वतजनों, शोधार्थियों तथा छात्राओं को कपिंग थेरिपी के विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कपिंग थेरेपी एक ट्रेडिशनल थेरेपी है, जिसके माध्यम से तमाम तरह के गंभीर रोगों का उपचार किया जाता है। कॉलेज की संरक्षिका प्राचार्या प्रो. निवेदिता कुमारी, कार्यक्रम की संरक्षिका प्रो. भावना मित्तल (प्रभारी शारीरिक शिक्षा व क्रीडा विभाग), प्रो. कल्पना चौधरी (अधिष्ठाता विज्ञान संकाय),प्रो. नीलम सिंह (चीफ प्रॉक्टर), प्रो. पारुल सिंह ( अधिष्ठाता कला संकाय) मौजूद रहीं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. वत्सला ओबराय ने किया।
राष्ट्रीय संगोष्ठी को सफल बनाने में प्रो.सानिका चौधरी, प्रो. छाया तेवतिया, डॉ.पूनमलता सिंह, डॉ. किरण शर्मा,स्वाती मिश्रा, डॉ. ममता, डॉ. स्वाती शर्मा, शैलजा,स्वाती मिश्रा, डॉ. मंजू सिंह, डॉ. नाजिमा इरफान, प्रीति नलिनी द्विवेदी,अंजली यादव, शैल वर्मा, लक्ष्मी, मि. शशांक कुशवाहा,मि. मरगूब उपस्थित रहे।