मथुरा एजेंसी। हर ओर उत्सव का माहौल रहा। श्रीजी मंदिर में 10 क्विंटल से ज्यादा रंग-गुलाल उड़े। सड़क और गलियां रंगों से सराबोर हो गईं। हेलिकॉप्टर से फूल भी बरसाए गए। इस दौरान 1500 लीटर ठंडाई हुरियारे पी गए।
भीड़ इतनी की पैर रखने तक की जगह नहीं थी। इस उत्सव के साक्षी बनने के लिए देश-विदेश के करीब 10 लाख टूरिस्ट पहुंचे। इससे एक दिन पहले बरसाना में अष्टमी को लड्डू होली खेली गई। जिसमें 20 क्विंटल से ज्यादा लड्डू लुटाए गए।
करीब 10 क्विंटल गुलाल-अबीर बरसाना में उड़ाया गया। इस दौरान खूब होरी गाई गई। बरसाने के राधा मंदिर पर लोग रंग गुलाल उड़ाते रहे। यहां होली खेली गई, लोग रंगों से सराबोर हो गए। होरियार राधा रानी के मंदिर के सामने ढाल सिर पर रखकर बैठ गए और लाठियां थामे महिलाओं ने उन पर जमकर लाठियों की बरसात कर दी। ये सिलसिला करीब 2 घंटे तक चला। होरियार राधा रानी के मंदिर के सामने ढाल सिर पर रखकर बैठ गए और लाठियां थामे महिलाओं ने उन पर जमकर लाठियों की बरसात कर दी। ये सिलसिला करीब 2 घंटे तक चला। नंदगांव के हुरियारे बरसाने की गोपियों के लट्ठ से बचते हुए। इस दौरान हुरियारे गीत भी गाते हैं। राधारानी मंदिर बरसाना के सामने सिर पर ढाल रखकर नंदगांव से आए होरियार गीत गाते रहे। लट्ठ बरसाने का सिलसिला लंबा चलता है। इस दरम्यान हुरियारिने थमती नहीं है। अगर एक हुरियारन थम जाए, तो उसकी जगह दूसरी सखी ले लेती है। लट्ठ बरसाने का सिलसिला लंबा चलता है। इस दरम्यान हुरियारिने थमती नहीं है। अगर एक हुरियारन थम जाए, तो उसकी जगह दूसरी सखी ले लेती है। नंदगांव के हुरियारों का स्वागत बरसाना में दामाद की तरह किया जाता है। उसका स्वागत होता है। राधा-रानी मंदिर में दर्शन होते है, फिर शुरू होती है लट्घ्ठमार होली। राधा रानी की नगरी बरसाना में आज मंगलवार शाम को 2 घंटे तक लट्ठमार होली खेली गई। नंदगांव के हुरियारे सज-धज कर पहुंचे। हुरियारिनों ने उन्हें लाठियों से खूब पीटा। वो हंसते हुए ढाल लगाकर बचते रहे।
छतों से अबीर-गुलाल और रंग बरसा। श्रीजी मंदिर में 10 क्विंटल से ज्यादा रंग-गुलाल उड़े।