
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। शोभित विश्वविद्यालय के स्पीक मैके विरासत क्लब द्वारा, स्पीक मैके के सहयोग से भारतीय शास्त्रीय संगीत की प्राचीनतम एवं गम्भीर शैली ध्रुपद का एक अत्यंत हृदयस्पर्शी कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रख्यात ध्रुपद गायिका सोमबाला कुमार ने आत्मा को स्पर्श करती हुई गायकी से श्रोताओं को एक आध्यात्मिक एवं शांतिपूर्ण यात्रा पर ले जाया। उनके साथ पखावज वाद्य पर पृथ्वीराज कुमार ने अपनी लयबद्ध कला से गायन को अद्वितीय रूप से संगीतमय बनाया। यह सांस्कृतिक आयोजन केवल एक संगीत प्रस्तुति न होकर एक अनुभव रहा, जिसने उपस्थित सभी छात्र श्रोताओं को भारतीय संगीत की गहराई से परिचित कराया और भारत की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का सशक्त माध्यम सिद्ध हुआ। शोभित विश्वविद्यालय हृदय से स्पीक मैके तथा सभी सम्माननीय कलाकारों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करता है, जिनके प्रयास से यह कालातीत एवं समृद्ध सांस्कृतिक अनुभव संभव हो सका। इस कार्यक्रम के प्राध्यापक संयोजक डॉ. नेहा त्यागी एवं डॉ. गर्गी चौधरी रहीं। मंच व्यवस्था का दायित्व छात्र रेशव छेत्री द्वारा सफलतापूर्वक निभाया गया। यह कार्यक्रम कुलपति प्रोफेसर वी. के. त्यागी जी, प्रो-वाइस चांसलर प्रोफेसर जयानंद जी, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर डॉ. दिव्य प्रकाश जी, निदेशक प्रोफेसर पी. के. गोयल जी, जनसंपर्क अधिकारी डॉ. अभिषेक डबास जी, डॉ लुमस तोमर एवं डॉ शैल ढाका की गरिमामयी उपस्थिति में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।शोभित विश्वविद्यालय मे स्पीक मैके के सहयोग से ध्रुपद संगीत की भावपूर्ण प्रस्तुति शोभित विश्वविद्यालय के स्पीक मैके विरासत क्लब द्वारा, स्पीक मैके के सहयोग से भारतीय शास्त्रीय संगीत की प्राचीनतम एवं गम्भीर शैली ध्रुपद का एक अत्यंत हृदयस्पर्शी कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रख्यात ध्रुपद गायिका श्रीमती सोमबाला कुमार जी ने आत्मा को स्पर्श करती हुई गायकी से श्रोताओं को एक आध्यात्मिक एवं शांतिपूर्ण यात्रा पर ले जाया। उनके साथ पखावज वाद्य पर श्री पृथ्वीराज कुमार जी ने अपनी लयबद्ध कला से गायन को अद्वितीय रूप से संगीतमय बनाया। यह सांस्कृतिक आयोजन केवल एक संगीत प्रस्तुति न होकर एक अनुभव रहा, जिसने उपस्थित सभी छात्र श्रोताओं को भारतीय संगीत की गहराई से परिचित कराया और भारत की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का सशक्त माध्यम सिद्ध हुआ। शोभित विश्वविद्यालय हृदय से स्पीक मैके तथा सभी कलाकारों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करता है, जिनके प्रयास से यह कालातीत एवं समृद्ध सांस्कृतिक अनुभव संभव हो सका। इस कार्यक्रम के प्राध्यापक संयोजक डॉ. नेहा त्यागी एवं डॉ. गर्गी चौधरी रहीं। मंच व्यवस्था का दायित्व छात्र रेशव छेत्री द्वारा सफलतापूर्वक निभाया गया।
यह कार्यक्रम कुलपति प्रोफेसर वी. के. त्यागी, प्रो-वाइस चांसलर प्रोफेसर जयानंद, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर डॉ. दिव्य प्रकाश, निदेशक प्रोफेसर पी. के. गोयल , जनसंपर्क अधिकारी डॉ. अभिषेक डबास, डॉ लुमस तोमर एवं डॉ शैल ढाका की गरिमामयी उपस्थिति में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।