
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो।। विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में शोभित विश्वविद्यालय, मेरठ के जैव चिकित्सा अभियांत्रिकी विभाग के विद्यार्थियों द्वारा मेरठ जनपद के इकलौता गांव में एक फिटनेस विश्लेषण एवं स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य न केवल ग्रामीण समुदाय को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना था, बल्कि विद्यार्थियों को अनुभवात्मक शिक्षा के माध्यम से सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना से जोड़ना भी था। शिविर के दौरान मूलभूत फिटनेस परीक्षण और स्वास्थ्य जागरूकता सत्र आयोजित किए गए, जिनमें ग्रामीण क्षेत्र से संबंधित विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं पर जानकारी दी गई और उनके समाधान सुझाए गए। यह आयोजन शोभित विश्वविद्यालय की सामाजिक प्रतिबद्धता और समाज सेवा के प्रति समर्पण का सशक्त उदाहरण है। विभागाध्यक्ष डॉ. लोमस तोमर ने इस अवसर पर कहा, इस प्रकार के आयोजन हमारे विद्यार्थियों को कक्षा से बाहर निकलकर वास्तविक जीवन की समस्याओं को समझने और उनसे निपटने का अवसर प्रदान करते हैं। साथ ही, इससे उनमें सेवा भावना, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक सहभागिता की भावना का भी विकास होता है। हमारा उद्देश्य ऐसे प्रोफेशनल तैयार करना है जो तकनीकी रूप से दक्ष होने के साथ-साथ मानवीय मूल्यों से भी परिपूर्ण हों। स्वास्थ्य शिविर के सफल आयोजन में गांव इकलौता के ग्राम प्रधान जॉन जी का विशेष सहयोग रहा। इस प्रकार के शिविरों के माध्यम से विश्वविद्यालय न केवल अपनी ग्रामीण विरासत से जुड़ाव को सुदृढ़ कर रहा है, बल्कि स्थानीय समुदाय का विश्वास और समर्थन भी निरंतर प्राप्त कर रहा है। विद्यार्थियों के लिए यह एक ऐसा अनुभव साबित हुआ, जिससे उन्होंने व्यावहारिक ज्ञान, समस्याओं के विश्लेषण की क्षमता, संवेदनशीलता, और समाज के प्रति सहानुभूति जैसे गुणों का विकास किया। सात्विक जीवनशैली समृद्ध भारत का आधार मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मेरठ कॉलेज के चिकित्सा समिति तथा अधिष्ठाता कार्यालय द्वारा स्वास्थ्य जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कालेज के प्राचार्य प्रो. मनोज कुमार रावत ने बताया कि स्थिर जीवन शैली, गलत खानपान, नींद की अनियमितता के कारण लोगों में मोटापा, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, अनिद्रा तथा हृदय संबंधी समस्या आम हो गई है। इस अवसर पर कॉलेज की अधिष्ठाता प्रो. अनीता मलिक ने बताया कि काम का दबाव,पारिवारिक समस्या या प्रतिस्पर्धा से उत्पन्न तनाव, नशे की आदत इत्यादि व्यक्ति के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। चिकित्सा समिति के संयोजक प्रो. दयानन्द द्विवेदी ने लोगो के सुखमय जीवन और देश की आर्थिक समृद्धि के लिए सात्विक जीवन शैली के पांच आधार स्तंभ की चर्चा की। उन्होंने बताया कि व्यति का शारीरिक,मानसिक तथा सामाजिक स्वास्थ्य नियमित दिनचर्या, सात्विक आहार, योग-व्यायाम, सकारात्मक सोच तथा भावात्मक एवं अध्यात्मिक जीवनचर्या पर निर्भर करता है। कार्यक्रम का संचालन प्रो. विनीता सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. कामेश्वर प्रसाद,प्रो. एम. पी. वर्मा, प्रो. मीनाक्षी, प्रो. द्वारिका प्रसाद, प्रो. सचिन शर्मा, प्रो. अवधेश कुमार, प्रो.श्याम सिंह,प्रो रेणु सारस्वत, प्रो. विभा तोमर एवं शोथ छात्र अंकित आर्य, भावना, हर्षित आकाश इत्यादि उपस्थित रहे।