
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। इस्माईल नेशनल महिला पीजी कॉलेज मेरठ में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर अनीता राठी के कुशल निर्देशन में शासन के निर्देशानुसार ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना’के दस वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर जेंडर एंपावरमेंट सेल के द्वारा भारतीय न्याय संहिता में महिलाओं पर केंद्रित कानून विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि अरुणोदय संस्था की संस्थापक डॉ अनुभूति चौहान और मुख्य वक्ता एडवोकेट सिल्विया सैमुएल रहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि वक्ता एडवोकेट सिल्विया सैमुएल ने कहा कि भारतीय न्याय संहिता में महिलाओं के लिए कई कानून बनाए गए हैं। इन कानूनों का मकसद महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। भारतीय न्याय संहिता में महिलाओं से जुड़े कानून जैसे शादी रोजगार या छल करके यौन संबंध बनाने पर दस साल तक की जेल हो सकती है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले यौन उत्पीड़न के लिए भी कठोर प्रावधान किया गया है जिसके विषय में हर महिला को जानना चाहिए। भारत सरकार लैंगिक न्याय और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अनुभूति चौहान ने महिला सशक्तिकरण पर अपने ओजस्वी विचार रखे और छात्राओं को महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के विषय में जागरूक किया। कार्यक्रम में डॉ वंदना शर्मा प्रोफेसर दीप्ति कौशिक डॉ शुभ्रा त्रिपाठी डॉ पूजा राय सुमन मिश्रा डॉ स्वर्णा, निकहत उमेरा, डॉ दीक्षा रानी,डॉ मनी भारद्वाज ,निशा गुप्ता उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में गौरव का विशेष सहयोग रहा।