
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। शिरोमणी भक्त रविदास का आगमन पुरब गुरूद्वारा श्रीगुरू सिंह सभा-ककंर खेड़ा मे बहुत श्रद्धापूर्वक मनाया गया। जिसमे बड़ी सख्यां मे संगत ने भाग लेकर भक्त रविदास के मानवता पर किये गए परोपकारो को गुरबाणी-कीर्तन, कथा-विचार कर याद किया। सर्वप्रथम भाई सतनाम सिंह ने भक्त रविदास द्वारा रचित शब्द ‘मोहे न बिसारो मै जन तेरा’ शब्द गायन कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। उनके बाद विशेष रूप से अमृतसर से पधारे पंथ प्रसिद्ध कथावाचक ज्ञानी सुखदेव सिंह पारस ने विचार रखते हुए कहा भक्त रविदास का जन्म काशी मे पिता संतोख दास के गृह मे हुआ! भक्त जी चर्मकार का कार्य करते हुए भी अपना चित्त ईश्वर के ध्यान लगाकर मानव समाज को ऐकता के सूत्र मे पिरोया। उक्त अवसर पर उपस्थित संगत को भक्त रविदास के प्रकाश पुरब की बधाई देते गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा-ककंर खेड़ा के प्रधान मनजीत सिंह कोछड़ ने कहा संतो- भक्तो का धरती पर आगमन मानव समाज के कल्याण के लिए होता है। बड़ी से बड़ी चुनौतियो का सामना कर के भक्त मानव समाज को भेद-भाव मिटा कर ईश्वर का मार्ग बताते है। भक्त रविदास को भी समाज मे भेद-भाव, ऊच-नीच फैलाने वालो का सामना करना पड़ा था। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद प्रसाद एवं संगत मे लंगर वितरित किया गया!
कार्यक्रम को सफल बनाने मे धीर सिह, अजीत सिंह,इकबाल सिंह धारीवाल,बलबीर सिंह, किशन सिंह छाबड़ा, शम्मी अरोड़ा, सुरजीत सिह मजीठियां, सज्जन सिंह, ज्योति अरोड़ा ने सेवा निभाईं !