
स्योहारा बिजनौर (विशेष प्रतिनिधि आरिफ जैदी) जहां एक ओर विद्युत उपभोक्ता मीटर रीडिंग में सुधार कराने को लेकर बिजली घर के चक्कर लगा कर थक जाते है। वहीं नगर का बिजली घर की इमारत काफी जर्जर हालत में है। विद्युत गृह की आवासीय कॉलोनी में विभाग के अधिकारियों ने तो कई सालों से रहना छोड़ दिया है और वो बाहरी शहरों में रहकर यहां प्रतिदिन कई घंटों की देरी से अपने कार्यालयों में पहुंच पाते है जिस कारण विद्युत उपभोक्ता बिजली के बिल जमा कराने से लेकर बिजली की अन्य समस्याओं के समाधान को लेकर काफी दुःखी नजर आते हैं कहने को तो नगर में दो बिजली घर हैं लेकिन अव्यवस्थाओं के चलते विद्युत उपभोक्ता परेशान है । बताते चले कि स्योहारा में छोटे बिजली घर के नाम से संचालित बिजली घर भले ही अब बिजली से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान करने में विफल हो गया हो लेकिन उसका वजूद आज भी कायम है। जहां तक बड़े बिजलीघर की बात है तो यह शहर से काफी दूरी पर ग्राम फैजुल्लापुर में बना है जिसके के जाने के लिये एक रेलवे फाटक पार करना पड़ता है जो दिन के समय घंटों घंटों तक बन्द पड़ा रहता है यदि उपभोक्ता किसी तरह बिजली घर पहुंच भी जाता है तो फिर अधिकारीयो के न मिल पाने से निराश हो कर लौट आता है । बिजली घर की आवासीय कॉलोनी कई दशकों से बिजली के अधिकारियों ने रहना तो छोड़ दिया और सुविधा अनुसार बड़े बड़े शहरों अप, डॉन करते हैं जिस कारण उपभोक्ताओं की मूल रूप से समस्याओं का समाधान समय से नहीं पाता बिजली घर की आवासीय कॉलोनी में विभाग के दो विद्युत उप खण्ड अधिकारियों की तैनाती होने के बावजूद लगभग 5 दशक से एक ही उपखण्ड अधिकारी का बंगला बना हुआ जिसे रात के अंधेरे कोई देख ले उसके मुंह से इतना ही निकल पायेगा, भूत बंगला।