
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। मेरठ कॉलेज के ऐतिहासिक कमेटी हॉल में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबंधित सभी एडिड कॉलेज के प्रबंध तंत्रों की एक बैठक मेरठ कॉलेज के अवैतनिक मंत्री विवेक गर्ग के नेतृत्व में बुलाई गई। जिसमें 17 हाविद्यालयों के प्रबंध तंत्र ने प्रतिभाग किया। उल्लेखनीय है कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अधिकार क्षेत्र में 39 ऐडेड कॉलेज आते हैं। इस सभा में वेदपाल सिंह भाटी एवं विवेक कुमार गर्ग के नेतृत्व में एडिड कॉलेज के प्रबंध तंत्रों की समस्याओं पर विचार किया गया । सामूहिक रूप से सर्वसम्मति से यह तय हुआ की उत्तर प्रदेश में ऐडेड कॉलेज की मांगों को सरकार के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए एक संगठन निर्मित हो, जिसका नाम फोरम ऑफ गवर्नमेंट ऐडेड कॉलेज फॉर हायर एजुकेशन आफ उत्तर प्रदेश रखा गया। इस संगठन का उद्देश्य अशासकीय महाविद्यालयों के बीच सहयोग और समन्वय को बढ़ावा देना, संसाधनों के आदान-प्रदान, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, और छात्रों के लिए बेहतर अवसर प्रदान करना, बताया गया। सभा में सर्वसम्मति से सभी प्रबंधतंत्र जनों ने मेरठ कॉलेज के सचिव विवेक कुमार गर्ग को इसका अध्यक्ष बनाया। इस नौ सदस्ययी कमेटी में मेरठ कॉलेज के सचिव विवेक कुमार गर्ग, कनोहर लाल महिला कॉलेज के विनय सिंघल, मिहिर भोज कॉलेज दादरी के वेदपाल भाटी ,जनता वैदिक कॉलेज के वीरेंद्र पाल सिंह, जैन स्थानकवासी महिला कॉलेज बड़ौत के अमित राय जैन, डी एन कॉलेज मेरठ के अजय अग्रवाल, एसवीएस कॉलेज हापुड़ के अमित अग्रवाल, डीएवी कॉलेज बुलंदशहर के अरुण गर्ग एवं एलआर कॉलेज साहिबाबाद के योगेंद्र नाथ शर्मा शामिल घोषित किए गए।
सभा में जैन स्थानकवासी गर्ल्स कॉलेज के डॉक्टर अमित राय जैन ने बताया कि कॉलेज की मैनेजमेंट कमेटियों में आपसी सहयोग अत्यंत आवश्यक है क्योंकि एडिड कॉलेजों की समस्याएं सभी जगह एक सी है। शालिग्राम कॉलेज रॉसना के प्रदीप त्यागी ने इसे एक नई शुरुआत बताते हुए कहा कि यह कार्य बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। जनता वैदिक कॉलेज बड़ोत के अध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिंह ने कहा की वर्तमान समय में शिक्षा का स्तर गिरा है। सरकार के द्वारा नियुक्ति का अधिकार भी छीन लिया गया है। नई भर्ती करने पर रोक है अतः उचित मंच से अपनी समस्याओं को उठाने की आवश्यकता है। देवनागरी कॉलेज के श्री संजीवेश्वर प्रकाश ने कहा कि सरकार ने वर्षों से एडिड कॉलेजों की ग्रांट बंद कर रखी है और ना ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से वर्षों से कोई अनुदान मिला है, ऐसे में एडिड कॉलेज कैसे चलाया जाए, यह सरकार से पूछने की आवश्यकता है। इस कार्यक्रम में मेरठ जनपद से मेरठ कॉलेज, एनएएस कॉलेज, डीएन कॉलेज, स्माइल नेशनल महिला कॉलेज, कनोहरलाल महिला कॉलेज, ए एस कॉलेज, मवाना, माछरा कॉलेज और रासना कॉलेज के प्रतिनिधि शामिल हुए। बागपत जनपद से जनता वैदिक कॉलेज, दिगंबर जैन कॉलेज, जैन स्थानकवासी गर्ल्स कॉलेज बड़ौत एवं गांधी विद्या निकेतन, रमाला के प्रतिनिधि आए। गाजियाबाद से लाला लाजपत राय कॉलेज, गौतमबुद्ध नगर से मिहिर भोज कॉलेज, दादरी एवं हापुड़ से आर्य कन्या कॉलेज एवं किसान कॉलेज, सिंभावली के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।