
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। मेरठ कॉलेज के सेमिनार हॉल में एक भव्य कार्यक्रम में कॉलेज के अवैतनिक मंत्री विवेक कुमार गर्ग की अध्यक्षता में अंतरराष्ट्रीय मानदंडों पर आधारित न्यूज लेटर का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विवेक गर्ग ने कहा की मेरठ कॉलेज पश्चिमी उत्तर प्रदेश का बहुत ही अत्यधिक महत्व वाला संस्थान है जिसकी एक समृद्ध ऐतिहासिक विरासत है। मेरठ कॉलेज के 132 वर्षों के इतिहास में पहली बार मेरठ कॉलेज अपने स्वयं के द्विमासिक न्यूज लेटर का प्रकाशन प्रारंभ कर रहा है। यह महाविद्यालय के लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया की महाविद्यालय में भिन्न-भिन्न संकायों में 29 विभाग है और इन विभागों में सैकड़ो प्रोफेसर एवं कर्मचारी काम करते हैं। मेरठ कॉलेज के इन विभागों में वर्ष भर कोई ना कोई गतिविधि एवं कार्यक्रम होते रहते हैं जिनका भरपूर मीडिया कवरेज भी होता है, किंतु यदि मेरठ कॉलेज अपना स्वयं का न्यूज लेटर प्रकाशित करता है तो इससे विभिन्न विभागों को अपनी गतिविधियों और कार्यक्रमों का मूल्यांकन करने में मदद मिलेगी। इसी उद्देश्य से प्रो चंद्रशेखर भारद्वाज के नेतृत्व में एक न्यूज लेटर समिति बनाई गई। जिनके कुशल नेतृत्व में यह न्यूज लेटर आज जनमानस के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। मेरठ कॉलेज का यह न्यूज लेटर प्रिंट एवं डिजिटल दोनों माध्यमों में उपलब्ध होगा। इसके संपादक डॉ चंद्रशेखर भारद्वाज होंगे जो कि मेरठ कॉलेज के प्रेस प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी भी है। न्यूजलेटर समिति में प्रो प्रवीण दुबलिश, प्रो राम यज्ञ मौर्य, प्रो अर्चना एवं प्रो हरजिंदर सदस्य बनाए गए हैं। कार्यक्रम का संचालन इतिहास विभाग की प्रो अर्चना एवं डॉ चंद्रशेखर ने संयुक्त रूप से किया।
मेरठ कॉलेज के प्राचार्य मनोज कुमार रावत ने न्यूज लेटर की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्राचीन काल से ही रोमन सभ्यता एवं भारतीय सभ्यता में घटनाओं के विवरण को लिपिबद्ध करने का प्रचलन था। रोमन सभ्यता में न्यूज लेटर को ‘ऑक्टा दियुरना’ कहते थे। प्राचीन भारत में भी राज्य दरबारों में ‘सूत’ नामक अधिकारी होते थे, जो घटनाओं को संक्षिप्त में लिखते थे। मध्यकाल में जब यूरोप में पुनर्जागरण हुआ तो नई समुद्री यात्राएं और नई खोजें प्रारंभ हुई।
व्यापारी भी व्यापार, युद्ध एवं आर्थिक गतिविधियों का लेखा-जोखा न्यूज लेटर के रूप में रखते थे, हालांकि यह हस्तलिखित होता था। मेरठ कॉलेज के इस न्यूजलेटर के संपादक प्रो चंद्रशेखर भारद्वाज ने बताया की संपूर्ण विश्व में सबसे पहले छपने वाला न्यूज लेटर दी बोस्टन न्यूज लेटर था, जो 1704 में प्रकाशित हुआ।
भारत में जेम्स अगस्तस हिक्की ने 1780 में बंगाल गजट निकाला। यदि हम हिंदी की बात करें तो हिंदी में छपने वाला प्रथम न्यूज लेटर उदंत मार्तंड था, जिसको जुगल किशोर शुक्ला ने 1826 में शुरू किया। प्रो भारद्वाज ने आगे कहा की 1990 के बाद जो डिजिटल युग प्रारंभ हुआ। अब सारे कामकाज इंटरनेट एवं ईमेल पर आधारित हो गए। इस परिस्थिति में न्यूज लेटर के स्वरूप में भी परिवर्तन आया। अब प्रिंट न्यूज लेटर की जगह डिजिटल न्यूज लेटर का ही अत्यधिक चलन है।
अनेक भारतीय न्यूज लेटर प्लेटफार्म इस दिशा में काम कर रहे हैं, जिनमें मुख्य हैं पोस्टकार्ड, फिल्टर कॉफी, दी सिगनल इत्यादि। मेरठ कॉलेज का यह न्यूज लेटर डिजिटल फॉर्म में भी उपलब्ध होगा और कॉलेज की वेबसाइट पर उसको देखा जा सकेगा। कार्यक्रम के अंत में विधि विभाग के प्रो प्रवीण दुबलिश ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में डा हरजिंदर, अर्चित बंसल, विपिन, जॉनी, श्वेता, शिव वर्धन, कोसेंद्र, अल्केश एवं रोहित कश्यप का विशेष सहयोग रहा।