मेरठ संवाद सूत्र। देश में शुक्रवार को सबसे प्रदूषित शहरों में तीसरे नंबर पर मुजफ्फरनगर रहा। शुक्रवार देर रात की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां का एक्यूआई 333 पहुंच गया। वेस्ट यूपी की बात करें तो सबसे प्रदूषित शहरों में दूसरे नंबर पर बागपत और तीसरे नंबर पर हापुड़ रहा। मेरठ में भी लगातार एक्यूआई बढ़ रहा है। प्रदूषण बढ़ने के चलते खराब एयर क्वालिटी प्रेग्नेंट महिलाओं के पेट में पल रहे बच्चे तक को नुकसान पहुंचा सकती है। प्रदूषण से नाक, गले, श्वास नली, फेफड़े, स्किन और आंखों में जलन जैसी शिकायतें हो रही हैं। हर साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी ग्रेप सिस्टम लागू किया जाता है। इस साल वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर छब्त् में 15 सितंबर से ही इसे लागू कर दिया गया। ग्रेप में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अलावा नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, पीडब्ल्यूडी सिंचाई विभाग, एनएचएआई, नगर पालिका, स्वास्थ्य विभाग, आरटीओ समेत करीब 23 विभाग काम कर रहे हैं। इसके बाद भी सुधार नहीं हो रहा है। एयर क्वालिटी इंडेक्स अगर 201 से 300 के बीच होगा तो उसमें ग्रेप के पहले चरण को लागू किया जाएगा। इसमें निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों के लिए निर्देश जारी होते हैं। सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाता है। कचरा जलाने पर प्रतिबंध रहेगा। डीजल जनरेटर का इस्तेमाल बिजली के लिए नहीं होगा। एयर क्वालिटी इंडेक्स 301 से 400 के बीच होगा तो ग्रेप के दूसरे चरण को लागू किया जाएगा। डीजल जनरेटर पर पाबंदी रहेगी। होटल में कोयले या तंदूर का इस्तेमाल नहीं होगा। पार्किंग फीस बढ़ा दी जाएगी। इलेक्ट्रिक या सीएनजी बसें और मेट्रो सर्विस के फेरे बढ़ाए जाएंगे। एयर क्वालिटी इंडेक्स 401 से 450 के बीच होगी तो तीसरे चरण को लागू किया जाएगा। इसमें निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा। हर दिन सड़कों की सफाई होगी। पानी का छिड़काव होगा। दिल्ली एनसीआर में माइनिंग भी बंद हो जाएगी। एयर क्वालिटी इंडेक्स 450 से ज्यादा हुआ तो यह बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया जाएगा। शहर में ट्रकों की एंट्री बंद हो जाएगी। सिर्फ जरूरी सामान लाने-ले जाने वाले ट्रक आ सकेंगे। इंडस्ट्री और फैक्ट्रियां बंद कर दी जाएंगी। कंस्ट्रक्शन और डिमॉलिशन एक्टिविटी पर रोक रहेगी। दफ्तरों में सिर्फ 50 प्रतिशत कर्मचारी ही आ सकेंगे।