फरीदाबाद। महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के प्रति समर्पित वीरीना फाउंडेशन ने फरीदाबाद के सेक्टर 55 स्थित गवर्नमेंट मॉडल संस्कृत सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। पिंक अक्टूबर (ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता माह) के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य कैंसर की शुरुआती पहचान, विशेष रूप से स्तन और सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना और स्वास्थ्य सेवाओं तक समुदाय की पहुंच को सुदृढ़ करना था। इस आयोजन में इम्पीरियल ऑटो इंडस्ट्रीज का सहयोग प्राप्त हुआ, जिससे इस महत्वपूर्ण पहल को और सशक्त बनाया जा सका।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि फरीदाबाद एसडीएम शिखा अंतिल ने शिरकत की । उन्होंने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और कैंसर की शुरुआती पहचान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में महिलाओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति एक महत्वपूर्ण संदेश पहुंचाते हैं। उनके प्रेरणादायक शब्दों ने उपस्थित लोगों, विशेषकर युवा छात्रों, को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग होने की प्रेरणा दी। इस आयोजन का सफल नेतृत्व विद्यालय के प्रिंसिपल सत्येंद्र, ने किया।
उन्होंने अपने स्कूल के छात्रों और शिक्षकों को इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उनकी पहल और समर्थन से यह आयोजन शिक्षा और स्वास्थ्य के संगम के रूप में संपन्न हुआ। फाउंडेशन की डायरेक्टर उपासना सिंह और धीरेन्द्र सिंह की प्रेरणा से आयोजित इस कार्यक्रम में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा कार्यशालाओं और संवादात्मक सत्रों का आयोजन किया गया। डॉ. पुनीता हसीजा, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ, ने ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक सत्र का संचालन किया। उन्होंने ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण, रोकथाम के उपाय, और नियमित जांच के महत्व पर गहन जानकारी दी। इसके अतिरिक्त, वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव ने छात्रों को सामान्य स्वास्थ्य और निवारक देखभाल के बारे में जानकारी प्रदान की, ताकि युवा पीढ़ी स्वास्थ्य संबंधी उचित आदतों को अपनाए। इसके अलावा, वीरीना फाउंडेशन से प्रमुख डॉ. ज्योति रवि, फाउंडेशन के कोर कमेटी के वरिष्ठ सदस्य डॉ. माघवेंद्र, और अन्य गणमान्य सदस्य जैसे संदीप (एमएसडी फार्मास्युटिकल्स), अखिलेश, लखवेंद्र, और अमित ने भी इस कार्यक्रम में अपना योगदान दिया। कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण पहलू टीकाकरण अभियान था, जिसमें 10 युवतियों का टीकाकरण किया गया। आयोजन में 300 से अधिक छात्रों और 30 से अधिक स्टाफ सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
वीरीना फाउंडेशन की इस पहल ने स्थानीय समुदाय में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को
बढ़ाने और सकारात्मक बदलाव लाने का संदेश दिया।