बरेली एजेंसी। झाड़-फूंक करने वाले के पास से 18.52 लाख रुपए कैश और चांदी के सिक्के मिले हैं। बोरी और कपड़ों में लपेट कर रुपए रखे गए थे। दरअसल, शनिवार को मियां सैयद अतर अली अचानक बीमार हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इधर, उनकी संपत्ति हड़पने को लेकर सेवादार और मकान मालिक भिड़ गए। बात पुलिस तक पहुंच गई। पुलिस ने सेवादार महिलाओं से रुपए और सामान जब्त कर लिए। मियां ने मीडिया से दावा किया कि उनके यहां बरामद होने वाली रकम 20 से 25 लाख रुपए थी, लेकिन पुलिस 18 लाख 52 हजार रुपए ही बता रही है।मियां सैयद अतर अली मूल रूप से सहारनपुर के रहने वाले हैं। वो बहेड़ी के गुरसौली गांव में रईस के मकान में किराए रहते हैं। जड़ी बूटियों और ताबीजों से लोगों का इलाज करते हैं। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। शनिवार को अतर अली (52) को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। अतर अली की संपत्ति को लेकर रामपुर निवासी उनकी सेवादार गुलसफा, कामिल जहां और मकान मालिक रईस भिड़ गए। सेवादार नगदी और सारा सामान लेकर लोडर से भागने की कोशिश करने लगीं। तभी रईस ने पुलिस को सूचना दे दी।
पुलिस मौके पर पहुंची और सारा सामान कब्जे में लिया। सेवादार और मकान मालिक को हिरासत में लेकर बहेड़ी थाने ले गई। सेवादार महिलाएं और मकान मालिक को पूछताछ के बाद छोड़ दिया। झोले के अंदर छोटी-छोटी पॉलीथिन में नोट रखे थे। इधर, अस्पताल में भर्ती अतर अली को जैसी ही मामले की जानकारी हुई। वह आधी रात में ही थाने पहुंच गए। लेकिन पुलिस ने उनको रुपए नहीं दिए। उनके जाने के बाद पुलिस ने नोटों की गिनती की तो 18 लाख 52 हजार रुपए कैश मिले। पुलिस ने इसकी जानकारी आयकर विभाग को भेज दी है। पुलिस का कहना है कि अब इनकम टैक्स विभाग अपनी कार्रवाई करेगा। मियां को इस रकम का ब्योरा इनकम टैक्स विभाग को देना होगा। ब्व् बहेड़ी अरुण कुमार ने बताया- मियां के पास से 18 लाख 52 हजार रुपए मिले हैं। इस बारे में पुलिस के सीनियर अफसरों के साथ इनकम टैक्स विभाग को मामले की जानकारी दी गई है। पड़ोसी छत से पूरी घटना देखते रहे। पड़ोसी छत से पूरी घटना देखते रहे। 10, 20 से लेकर 500 रुपए तक के नोट मिले
पुलिस के मुताबिक, अतर अली के पास 10 से लेकर 500 रुपए तक के नोट मिले हैं। ये रुपए कपड़ों में लपेटकर और प्लास्टिक की बोरी में रखे गए थे। नकदी के अलावा चांदी के सिक्के भी मिले हैं। इससे पहले अतर अली मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत, संभल, अमरोहा, गजरौला में किराए पर रह चुके हैं। बोरी, झोले और कपड़ों के बीच ऐसे पॉलीथिन में लपेट कर नोट रखे गए थे।
बोरी, झोले और कपड़ों के बीच ऐसे पॉलीथिन में लपेट कर नोट रखे गए थे। नोट चढ़ावे के बताए जा रहे हैंै च् देहात मुकेश चंद्र मिश्रा का कहना है कि 18.52 लाख रुपए मिलना अपने आप में संदेह है। पूछताछ में मियां ने बताया कि मैं पहले जो भी सामान बेचता, उसी के ये पैसे हैं। कुछ नोट कटे-फटे भी हैं। पुलिस का मानना है कि ऐसे नोट चढ़ावे में आते हैं।