मेरठ निजी संवाददाता। परीक्षितगढ़ रोड के गांवड़ी गांव में नगर निगम और एनटीपीसी का कूड़ा निस्तारण प्लांट का बुधवार को भूमि पूजन हो गया। 300 करोड़ की लागत से इस प्लांट का निर्माण 18 महीने में पूरा किया जाएगा। ताकि दो साल बाद शहर के कूड़े से कोयला बनाया जा सकेगा। अब मेरठवासियों को कूड़े और गंदगी से होने वाली समस्या से भी निजात मिल जाएगी। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से शहर से रोजाना निकलने वाले 1100 टन कूड़ा उठाया जाएगा। साथ ही 900 मैट्रिक टन कूड़े का निस्तारण किया जाएगा। जिसके बाद कूड़े से चारकोल बनाया जाएगा।
बुधवार को भूमि पूजन के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेयर हरिकांत अहलुवालिया ने कहा कि गांवड़ी में नगर निगम एनटीपीसी को 15 एकड़ जमीन 30 साल की लीज दिया है, जिसकी एवज में करीब 60 हजार रुपये सालाना शुल्क मिलेगा। निगम द्वारा बाउन्ड्रीवाल, ग्राउंड लैवलिंग, एप्रोच रोड, जल प्रबंधन व राज्य सरकार से अनुदान दिलाने में निगम सहयोग करेगा। एनटीपीसी 10 एकड़ जमीन पर प्लांट और पांच एकड़ जमीन पर ग्रीन बेल्ट बनाएगा। कूड़ा निस्तारण में निगम से कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। निगम रोजाना 720 से 900 मीट्रिक टन कचरा एनटीपीसी को देगा। कचरे के निस्तारण से बनने वाले हर प्रोडक्ट, बॉयप्रोडक्ट की फर्स्ट अथॉरिटी एनटीपीसी का होगा। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी वाराणसी, गोरखपुर में कूड़े से कोयला बनाने का ये प्लांट लगा चुका है। अब मेरठ तीसरा जिला बन गया है जहां पर इस प्लांट को लगाया गया है।
वाराणसी और गोरखपुर में ये प्लांट काफी सफल रहा है। मेरठ में भी 15 एकड़ की भूमि पर प्लांट लगाया जा रहा जो की काफी बड़ा क्षेेत्र है। इस प्लांट में नगर निगम के जरिए गीला-सूखा कचरा अलग-अलग भेजा जाएगा। नाले की सिल्ट, मलबा व ईंट रोड़े की छंटनी करनी होगी, जोकि कचरे में शामिल नहीं होगी। इस कचरे को सेग्रीगेट करेगा फिर इससे चारकोल ब्रिक्स बनाए जाएंगे।
दस साल में शहर के बाहरी इलाके लोहियानगर, दिल्ली रोड, गांवड़ी और मंगतपुरम में कूड़े के पहाड़ लग गए। महानगर का कचरा फिलहाल नगर निगम लोहियानगर में डाल रहा है। जिससे वहां रह रहे लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
इस बात को गंभीरता से लेते हुए सीएम और पीएम को अवगत कराया ताकि इस कूड़े से फायदा उठाया जा सकें और लोगों की समस्या को दूर किया जा सकें। इस मौके पर सांसद अरूण गोविल ने कहा कि जब मैंने सांसद बनने से पहले मेरठ शहर की सड़कों पर कदम रखा तो जगह-जगह गंदगी देखकर अफसोस हुआ। इंदौर की तरह मेरठ की सड़कों को कूड़े के लगने वाले ढेर से निजात दिलाया जाएगा। इसके लिए कितना भी संघर्ष क्यों न करना पड़े। सांसद बनते ही सभी जनप्रतिनिधियों ने सबसे पहले शहर को कूड़े की समस्या से दूर करने का मुददा रखा। यही वजह है कि सभी जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ही मेरठ को एनटीपीसी और नगर निगम में करार हुआ जिसके बाद मेरठ में इस प्लांट के लिए भूमि पूजन हुआ। और यह बड़े ही हर्ष की बात है कि नवरात्र के दिनों में मेरठ वासियों को तोहफा मिला है।
इस मौके पर नगरायुक्त सौरभ गंगवार ने कहा इस प्लांट से फ्रेश वेस्ट का निस्तारण होगा। हम लोहियानगर कूड़ा निस्तारण प्लांट की क्षमता 300 से बढ़ाकर 600 मीट्रिक टन किया जाएगा ताकि कूड़े के पहाड़ खत्म होने पर भी काम हो सकें। जिसमें अगले 25 साल तक एनटीपीसी शहर के कचरे से चारकोल ब्रिक्स बनाएगा। इस मौके पर कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, सांसद अरूण गोविल, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, नगरायुक्त संतोष गंगवार, भाजपा नेता रितुराज जैन, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, सहित तमाम पार्षदगण मौजूद रहें।
फोटो 01 भूमिपूजन में भाग लेते कश्मिनर, सांसद व जनप्रतिनिधि व लोकार्पण करते हुए।