मेरठ। डॉ. विवेक सिंह (चांसलर) अर्नी विश्वविद्यालय को ब्रिटिश संसद के हाउस ऑफ लॉर्ड्स में ग्लोबल प्रेस्टी पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में लॉर्ड्स बेल्लामी के.सी ने सम्मानित किया। बतादे कि ब्रिटिश संसद में विकसित भारत 2047 के उपलक्ष्य पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें हिमाचल प्रदेश में पहली बार किसी को अतिथि के रूप में अमंत्रित किया गया। यह निमंत्रण पत्र यूनाईटड किंगडम के हाउस ऑफ लॉडर्स लॉर्ड रामी रेंजर सीबीई ओर से प्राप्त हुआ। यह पहला मौका है कि डॉ. विवेक सिंह (माननीय चांसलर) अर्नी विश्वविद्यालय को भारत के भविष्य जैसे अहम् मुद्दे पर व्याख्यान के लिए ब्रिटिश संसद में आंमत्रित किया गया। जिसमें ब्रिटेन के कई मंत्री भी शामिल रहे। डॉ. विवेक सिंह ने अपने प्रोत्साहित शब्दों से भारतीय शिक्षा व्यवस्था, उसकी गहराई और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को वैश्विक मंच पर पेश किया, जिससे भारत की छवि के साथ साथ हिमाचल प्रदेश की छवि और भी मजबूत हुई है । उन्होनं भारत 2047 के रूवरूप को रेखाकिंत करते हुए कहा कि भारत कभी अत्यंत समृद्वषाली और खुषहाल देष था। सैकड़ों वर्शो तक गुलाम रहने के बावजूद भी भारत देष अपनी संस्कृति और सभ्यता को नहीं। डॉ. विवेक सिंह (माननीय चांसलर) ने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि अर्नी विश्वविद्यालय सदैव ही देश के युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहित करती रही है। विभिन्न प्रकार की चुनौतियों को पार करते हुए अर्नी विष्वविद्यालय प्रगति की ओर अग्रसर है। अर्नी विष्वविद्यालय हमेषा से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल और देश के विद्यार्थियों को नए-नए अवसर प्रदान कर रहा है। इस अवसर पर डॉ. विवेक सिंह (माननीय चांसलर) ने यूनाईटड किंगडम के लॉर्ड रामी रेंजर बइम का हिमाचल प्रदेष का प्रतिनिधित्व का अवसर प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया।