शाहजहांपुर एजेंसी। यूपी एसटीएफ ने 1 लाख के इनामी बदमाश को मार गिराया। एसटीएफ ने रात 1 बजे कुख्यात बदमाश शाहनूर को घेर लिया। उसे सरेंडर करने के लिए कहा तो ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
एसटीएफ ने जवाबी फायरिंग में शाहनूर के सीने में गोली मारी। वह गंभीर घायल हो गया। एसटीएफ उसे जिला अस्पताल ले गई। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उसका एक साथी मौके से फरार हो गया । एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया-तिलहर थाने के काबिलपुर की पुलिया के पास एनकाउंटर हुआ। संभल का कुख्यात अपराधी शाहनूर मारा गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बदमाश लूट के दौरान महिलाओं से दरिंदगी करता था। करीब ढाई महीने से एसटीएफ इसकी तलाश में लगी थी। एसटीएफ के मुताबिक, शाहनूर की शाहजहांपुर में लोकेशन मिली। एसटीएफ ने इलाके की घेराबंदी की। रात को करीब एक बजे शाहनूर साथी के साथ गाड़ी से जा रहा था। एसटीएफ ने रोका तो उसने गाड़ी दौड़ा दी और फायरिंग करने लगा। पहले पिस्टल से फायर किए। बुलेट खत्म होने पर इंग्लिश रिवॉल्वर से गोली दागने लगा। जवाबी फायरिंग में एसटीएफ ने गोली मार दी। गोली बदमाश के सीने में लगी। वह वहीं गिर गया। बदमाश और एसटीएफ के बीच करीब 12 मिनट तक फायरिंग हुई। शाहनूर उर्फ शानू संभल जिले का रहने वाला था। लूट, हत्या, बलवा और डकैती समेत अन्य धाराओं में कई जिलों में 32 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। मुरादाबाद जिले के मैनाठेर थाने में दर्ज मुकदमों में फरार होने पर उसके खिलाफ 4 मई को 1 लाख रुपए का इनाम घोषित हुआ था, तभी से एसटीएफ उसकी तलाश कर रही थी। सूत्रों के मुताबिक, लूट और डकैती के दौरान शाहनूर महिलाओं से दरिंदगी करता था। एसटीएफ को ऐसे मामले पता चले हैं। पीड़ित महिलाओं ने पुलिस को बताया था कि बदमाश ने बंधक बनाकर दरिंदगी की। मुरादाबाद की एक घटना में शाहनूर ने महिला से पिस्टल के बल पर दरिंदगी की थी। क्राइम करने के बाद दिल्ली में छिप जाता था: एसटीएफ सीओ अब्दुल कादिर ने बताया कि शाहनूर कुख्यात डकैत गैंग उस्मान का दायां हाथ रहा है। 2003 में उस्मान गैंग के साथ जुड़ा और लूट, डकैती की घटनाओं को अंजाम देने लगा। जांच में सामने आया कि वारदात के बाद दिल्ली में छिप जाता था। 1 साल पहले शाहनूर संभल से बरेली के रास्ते उत्तराखंड गया था। नैनीताल में महीनों तक पहचान छिपा कर रहा।