अलीगढ़ एजेंसी। दरोगा की पिस्टल से गोली चलने से सिपाही की मौत हो गई है
एसओजी और पुलिस टीम
गोकशी के आरोपियों को पकड़ने गई थी। इसी दौरान दरोगा की पिस्टल लॉक हो गई। उसे अनलॉक करने में गोली चल गई।
बुलेट दरोगा के पेट को छूते हुए एसओजी सिपाही याकूब (38) के सिर में जाकर लग गई। सिपाही की मौके पर ही मौत हो गई। घायल सब इंस्पेक्टर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामला गभाना का है। एसएसपी संजीव सुमन ने कहा- 9 जुलाई को गभाना में गोकशी हुई थी। पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि आज रात को फिर से वहीं गोकशी होने वाली है। इसके बाद टीम बनाई गई। जिसमें
एसओजी और गभाना थाने के जवान थे। जंगल में पहुंचने पर सभी ने अपनी पिस्टल अनलॉक कर ली। मौके पर दरोगा मजहर हसन की पिस्टल फंस गई। दूसरे दरोगा राजीव ने पिस्टल अनलॉक करने के लिए ले ली।
वह अनलॉक करने का प्रयास करने लगे। इसी दौरान गोली चल गई। गोली राजीव के पेट को छूते हुए वहां खड़े एसओजी कॉन्स्टेबल याकूब के सिर पर जा लगी। दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। यहां चेकअप के बाद डॉक्टर ने याकूब को मृत घोषित कर दिया। मृतक जवान के घर वालों को सूचना दे दी गई है। सभी उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई है। हमने अस्पताल पहुंचकर पूरी स्थिति का जायजा लिया है। अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। जिला अस्पताल में भर्ती घायल दरोगा राजीव ने बताया- आज रात को हम लोग गोकशी के मामले में दबिश देने गए थे। अपराधी बुलंदशहर का रहने वाला है। दरोगा मजहर हसन की पिस्टल लॉक हो गई। मैं पिस्टल ठीक कर रहा था, तभी गोली चल गई। यह गोली मेरे पेट में लग गई। इसके बाद क्या हुआ मुझे नहीं पता। मृतक जवान याकूब के पिता बली मोहम्मद ने यूपी पुलिस के रिटायर्ड सिपाही हैं। उन्होंने कहा- हमें कुछ नहीं समझ आ रहा है।
बस इतना बताया गया कि बंदूक फंस गई थी। उसे ही ठीक करते समय ऐसा हुआ है। मेरे बेटे के माथे पर गोली लगी है। ऐसे कैसे हो सकता है? मैं कुछ बोल पाने की स्थिति में नहीं हूं।