वर्ल्ड डेस्क। साउथ अफ्रीका ने अफगानिस्तान को हराकर टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बना ली है। अफ्रीका पहली बार ही किसी वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है। टीम पर लगा चोकर्स का दाग भी मिट गया है। साउथ अफ्रीका 5 बार वनडे और 2 बार टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल से बाहर हो चुकी है। फाइनल की दूसरी टीम का फैसला रात 8 बजे गयाना के प्रॉविडेंस स्टेडियम में होगा। यहां इंडिया और इंग्लैंड आमने-सामने होंगी। मैच होने की संभावना बढ़ गई है। पहले 70ः बारिश के चांस थे और अब घटकर 40ः हो गए हैं। पहले सेमीफाइनल में अफगानिस्तान के कप्तान राशिद खान ने टॉस जीता। त्रनिदाद के ब्रायन लारा स्टेडियम की पिच पर पहले बैटिंग की। अफगानिस्तान 56 रन पर ऑलआउट हो गई। साउथ अफ्रीका ने 1 विकेट खोकर ये टारगेट हासिल कर लिया। रीजा हेंड्रिक्स ने 29 रन बनाए। मैन ऑफ द मैच बने 3 ओवर में 3 विकेट लेने वाले मार्को यानसन।साउथ अफ्रीका की जीत के दूसरे हीरोज: तबरेज शम्सीरू तबरेज शम्सी ने अफगानिस्तान के लोअर ऑर्डर को खत्म कर दिया। शम्सी ने सिर्फ 11 गेंदें फेंकीं यानी 1.5 ओवर, 6 रन दिए और 3 विकेट ले लिए। उन्होंने करीम जनत, नूर अहमद और नवीन उल हक को पवेलियन भेजा। तीनों बल्लेबाज स्ठॅ आउट हुए। एनरिक नॉर्त्या: 3 ओवर में सिर्फ 7 रन दिए यानी हर ओवर में ढाई रन से भी कम और 2 विकेट लिए । नॉर्त्या ने अजमतुल्लाह उमरजई और कप्तान राशिद खान के अहम विकेट लेकर अफगानिस्तान के मिडिल ऑर्डर को नाकाम कर दिया। साउथ अफ्रीका के ओपनर हेंड्रिक्स और क्विंटन डीकॉक के सामने छोटा टारगेट था। लेकिन डीकॉक को दूसरे ही ओवर में फजल हक फारुकी ने बोल्ड कर दिया। मुश्किल पिच पर रीजा हेंड्रिक्स ने 29 रन बनाए। कप्तान एडेन मार्करम के साथ 55 रन का नाबाद साझेदारी की। लगातार एक चौका और एक छक्का लगाकर जीत दिला दी। अफगानिस्तान की हार के कारण: अफगानिस्तान की टीम ने इस वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल समेत 8 मैच खेले। 3 मुकाबलों में उसे हार मिली, इंडिया के खिलाफ, वेस्टइंडीज के खिलाफ और साउथ अफ्रीका के खिलाफ। इंडिया के खिलाफ ओपनर्स रहमानुल्लाह गुरबाज और हजरतुल्लाह जजाई फेल रहे। वेस्टइंडीज के खिलाफ रहमानुल्लाह गुरबाज शून्य पर आउट हुए। साउथ अफ्रीका के खिलाफ रहमानुल्लाह गुरबाज शून्य और इब्राहिम जादरान 2 रन पर आउट हो गए। जिन बड़ी टीमों के खिलाफ अफगानिस्तान जीता, उनमें ओनपर्स का बड़ा रोल था। न्यूजीलैंड के खिलाफ रहमानुल्लाह गुरबाज ने 80 और इब्राहिम जादरान ने 44 रन की पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोनों ओपनर्स ने फिफ्टी लगाई। बांग्लादेश के खिलाफ गुरबाज 43 रन की पारी खेली। मुश्किल पिच पर बल्लेबाजी चुनी, फैसला गलत साबित हुआ । अफगानिस्तान के कप्तान राशिद खान टॉस जीते। ऐसी पिच पर बल्लेबाजी चुनी, जहां इस वर्ल्ड कप में 5 में से 4 मैच रन चेज करने वाली टीम जीती। पांचों मैच में कोई भी टीम 150 का टोटल नहीं छू सकी। वर्ल्ड कप में इस पिच पर सबसे कम टारगेट 40 रन है, जो युगांडा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाया था। ब्रायन लारा स्टेडियम की पिच पर असमान उछाल थी। इस पर घास भी थी और क्रैक्स भी, जो पेसर्स के लिए फायदेमंद होते हैं। टॉस जीतकर अफगानिस्तान ने बैटिंग चुनी, लेकिन साउथ अफ्रीका ने ऐसी पिच का फायदा उठाया। पिच का व्यवहार ना समझ पाने की वजह से अफगानिस्तान के जीत के चांसेस कम हो गए। टीम 56 पर ऑलआउट हो गई, जो साउथ अफ्रीका के लिए बेहद मामूली टोटल था। बड़े मैच का प्रेशर और एक्साइटमेंट अफगानिस्तान पहली बार किसी भी वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंची। टीम को ऐसे मुकाबलों में प्रेशर हैंडल करने का कोई एक्सपीरियंस नहीं था। टीम दबाव का सामना नहीं कर पाई और बल्लेबाजी में ही बिखर गई। एक्साइटमेंट भी एक वजह रहा। कप्तान राशिद खान ने मैच से पहले कहा था, ष्हम एक बड़ा स्कोर चाहते हैं और इसके बाद हमें अपने बॉलिंग अटैक पर भरोसा है। हममें से कोई ज्यादा सोया नहीं है, लेकिन अभी भी सब ऊर्जावान हैं। ये हमारे लिए एक बड़ा गेम है।ष् राशिद की टीम उत्साहित तो थी, लेकिन बड़े मैच से पहले रिकवरी के लिए रेस्ट की अहमियत को भूल गई। टर्निंग पॉइंट- रबाडा का एक ओवर, 2 विकेट कगिसो रबाडा ने मोहम्मद नबी को शून्य पर बोल्ड कर दिया। कगिसो रबाडा ने मोहम्मद नबी को शून्य पर बोल्ड कर दिया।
अफगानिस्तान 3 ओवर में 2 विकेट खो गए थे। क्रीज पर इब्राहिम जादरान और रहमतुल्लाह ओमरजई थे। उन्हें फाइटिंग टोटल हासिल करना था। रबाडा ने चौथे ओवर में ओपनर जादरान को बोल्ड किया। इसके बाद सबसे एक्सपीरियंस बल्लेबाज मो. नबी को भी पवेलियन भेज दिया। इस झटके से अफगानिस्तान की टीम उबर नहीं पाई। मैच जीतने के बाद एडेन मार्करम दक्षिण अफ्रीकी कप्तान मार्करम ने कहा, ष्अब हमें ट्रॉफी उठानी है। टॉस हारने हमारे लिए फायदेमंद रहा। हम भी पहले बल्लेबाजी करते। हम पहले कभी फाइनल नहीं पहुंचे थे, लेकिन भरोसा था। ये पूरी टीम की कोशिशों का नतीजा है। मैच हारने के बाद राशिद खान अफगानिस्तान के कप्तान राशिद बोले, ष्हम बेहतर कर सकते थे, लेकिन कंडीशंस की वजह से ऐसा नहीं हो सका। हम किसी भी टीम को हराने में सक्षम हैं। हमें बड़ी टीमों के खिलाफ प्रेशर से उबरना होगा। काफी मेहनत करनी है, खासतौर से मिडिल ऑर्डर पर। हमें कुछ अच्छे नतीजे मिले, लेकिन बल्लेबाजी में अच्छा करने की जरूरत थी।