
कासगंज एजेंसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कासगंज जिले में 724 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर बोलते हुए सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना की ताकत की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में भारत के वीर जवानों ने पाकिस्तान को धूल चटाई है। अगर हमारी सेना मजबूत नहीं होती तो पाकिस्तान जैसे दुश्मनों के सामने देश की जनता कैसे सुरक्षित रह पाती? योगी ने दावा किया कि पाकिस्तान दुनिया से गुहार लगा रहा है कि एक बार उसे छोड़ दो। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 सालों में सेना को आधुनिक और मजबूत बनाने का काम हुआ है। लगातार प्रयास किए गए हैं और यही वजह है कि भारतीय सेना किसी भी दुश्मन का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहती है। अगर दुश्मन कुछ करने की हिमाकत करता है तो भारतीय सेना उसके घर में घुसकर उसे मारने और तबाह करने की पूरी क्षमता रखती है। मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि भारत ने बता दिया है कि अगर हमारे एक नागरिक को भी छेड़ोगे तो अपने अस्तित्व के लिए जूझोगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कासगंज पुलिस लाइन में पुलिस बैरक और एक सभागार का उद्घाटन और निरीक्षण किया। इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने सहकारिता विभाग की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें छोटे और सीमांत किसानों को आसान और किफायती ऋण उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया। बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि सहकारिता के माध्यम से समृद्धि आएगी और ‘मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना’ के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना बनाने का आह्वान किया। उन्होंने सहकारी बैंकों की ऋण वितरण क्षमता को बढ़ाने और उनकी शाखाओं के आधुनिकीकरण का निर्देश दिया। सीएम योगी ने भंडारण क्षमता बढ़ाने और निजी निवेश को बढ़ावा देने का भी आग्रह किया, जो सहकारिता नीति में महत्वपूर्ण सुधारों का संकेत देता है। 2017 से पहले यूपी सुरक्षित नहीं था: योगी ने कहा कि जो काम देश की सुरक्षा के लिए सेना का है। वैसा ही काम पुलिस का भी है। जो देश को आंतरिक रूप से सुरक्षित रखती है। कानून व्यवस्था को मजबूत करती है। याद करिए साल 2017 से पहले का यूपी का कोई जिला सुरक्षित नहीं था। शाम होते-होते सड़कों पर कर्फ्यू जैसा माहौल होता था। उपद्रवी सड़क पर आकर तांडव करते थे। न बेटी सुरक्षित थी न व्यापारी सुरक्षित थे। हर तीसरे दिन दंगा होता था। पर्व से पहले ही लोग परेशान हो जाते थे। प्रदेश में व्यापार ठप था। एक तरफ उपद्रव दूसरी तरफ अंधेरा रहता था। इन दोनों के बीच का समनव्य सपा और साल 2017 से पहले की सरकारें थीं।