
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। छावनी परिषद द्वारा संचालित सीएबी इंटर कॉलेज मेरठ में एनसीसी ऑफिसर विजयपाल सांवरिया के नेतृत्व में 72 यूपी बटालियन एनसीसी के कैडेट्स द्वारा क्रांति दिवस मनाया गया। क्रांति के दौरान शहीद हुए महानायकों को कैडेट्स द्वारा माल्यार्पण किया गया। विजयपाल सांवरिया ने अपनी कविता डंडे, जेल, गोलियां, फांसी और किसी को काला पानी। इन तत्वों से बनी हमारी आजादी की राम कहानी के माध्यम से बताया कि मेरठ वो धरती है जिसमें हमारे पुरखों के त्याग और बलिदान की सौंधी खुशबु आती है। ये विद्रोह भारतीयों की आजादी की पहली शुरुआत थी। जिसमें आम जनमानस और सैनिकों ने एकता के सूत्र में बंधकर अंग्रेजी हुकूमत को देश छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया। क्रांतिधरा मेरठ सन् 1857 की क्रांति की अनेक स्मृतियां सहेजकर रखे हुए है। जिससे आने वाली पीढ़ियां ये जान सके कि हमारे पुरखों ने इस आजादी के लिए अपने प्राणो की बाजी लगा दी थी। कैडेट प्रिंस कुमार और प्रियांशु ने इस क्रांति के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीद गुर्जर धनसिंह कोतवाल और मातादीन की जीवन गाथा से सभी को अवगत कराया। विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र यादव ने कहा कि भारत के उन वीर सपूतों को प्रणाम जिन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंका। और आगे चलकर इसी क्रांति की ज्वाला ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की नींव रखी। जिसका परिणाम ये निकला कि समस्त भारतीयों को अधिकार से जीने का अवसर प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में कैडेट विवेक कुमार, नीतीश कुमार आदित्य, वंश, हर्षित, मो.सुफियान, कार्तिक प्रधान,अभिनव शर्मा,प्रथम कुमार,मो. इरफान उपस्थित रहे।