
मेरठ हीरा टाइम्स ब्यूरो। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान से संभावित युद्ध की आशंका के चलते देशभर में मॉक ड्रिल के जरिए नागरिकों को बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं। सिविल डिफेंस और सेना से जुड़े अधिकारी लगातार अलग-अलग अभियान चलाकर लोगों को इस विषय में जागरूक कर रहे हैं। जिसके चलते बुधवार को मेरठ कॉलेज में भी मॉक ड्रिल के तहत छात्र-छात्राओं को युद्ध के समय बचाव के उपाय बताए गए। सिविल डिफेंस और सेना से जुड़े अधिकारी बुधवार को मेरठ कॉलेज में पहुंचे। परिसर में कॉलेज के छात्र-छात्राओं को एकत्र करके सिविल डिफेंस और सेना से जुड़े अधिकारियों ने किसी भी प्रकार के हमले के दौरान किस तरह बचाव किया जाए? इस विषय में सभी छात्र-छात्राओं को जानकारी दी। सेना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि युद्ध के दौरान तीन स्टेज होती हैं। पहली स्टेज पर आर्मी, एयर फोर्स और नेवी से जुड़ी सेनाएं अपना काम करती हैं। दूसरी स्टेज में पैरा मिलिट्री फोर्स और तीसरी स्टेज में एनसीसी, स्कूल-कॉलेज और युवा वर्ग के लोगों को जागरूक किया जाता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को जानकारी देते हुए बताया कि यदि किसी भी प्रकार का हमला होता है तो ऐसे समय में धैर्य से काम लें। सबसे पहले जिस स्थान पर भी हैं, वहां की लाइट बंद कर दें। इसके बाद दोनों कानों में उंगलियां डालकर कोहनी के सहारे पेट के बल जमीन पर लेट जाएं। ग्रीन सिग्नल होने के बाद ही इस अवस्था से बाहर आएं। यदि आप किसी सुरक्षित स्थान पर न होकर सड़क पर सफर कर रहे हैं, तो ऐसी स्थिति में तत्काल अपने वाहनों की लाइट बंद करके साइड में खड़े हो जाएं। सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर्स ने भी छात्र-छात्राओं को सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।