
मेरठ संवाद सूत्र। मंडलीय उद्योग बंधु समिति की बैठक में मंडलायुक्त हृषिकेश भास्कर यशोद ने नगर आयुक्त को आदेश दिये कि वह नगर निगम द्वारा संचालित टाउनहाल, सूरजकुंड, मगलपांडे नगर, मंगलपांडे नगर व आबूनाला बेगमपुल पार्किंग पर तैनात कर्मचारी वर्दी पहनेंगे। इन कर्मचारियों को नेम प्लेट भी लगानी होगी। पार्किंग स्थल पर मूल्य सूची चस्पा हो। यह सूची तैयार करने से पहले उस क्षेत्र के व्यापारियों से बातचीत भी की जाए ताकि पार्किंग शुल्क को लेकर किसी को कोई दिक्कत न हो। बुधवार को आयुक्त कार्यालय सभागार में हुई इस बैठक में मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री विजय आनन्द अग्रवाल ने कहा कि नगर निगम की टाउनहाल पार्किंग में दो घंटे के लिए 60 प्रति कार, दो पहिया वाहन 40 रुपये लिया रहा है। कार पार्किंग के 60 रुपये व दोपहिया वाहन के लिए 30 रुपये पूरे दिन के लिए लेने चाहिए। कार पर 20 रुपये प्रति घंटा और दो पहिया वाहन पर 10 रुपये प्रति घंटे का शुल्क होना चाहिए। कमिश्नर ने इस बाबत नगर आयुक्त को व्यापारियों के सुझाव पर गंभीरता से कार्रवाई करने के लिए कहा। विजय आनन्द अग्रवाल ने कहा कि मेरठ विकास प्राधिकरण के नियमानुसार सराफा बाजार में दोबारा दुकान का निर्माण नही हो सकता। इस बाजार में दुकान 80-90 साल पुरानी भी है। जिन्हें अब पुनः निर्माण की जरूरत है। इसके बाद भी मेरठ विकास प्राधिकरण की नई महायोजना में सोना चांदी व्यवसाय को विशुद्ध रूप से आवासीय क्षेत्र में भी स्वीकार किया गया है। 2007 में तत्कालीन नगर नियोजक डीसी गुप्ता ने एक भौगोलिक स्थलीय परीक्षण कर ग्राउंड लेवल पर अपनी रिपोर्ट दी थी। जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से अंकित किया है कि फ्रंट बैक और सेटबैक के नियमों से सर्राफा कारोबारी कारीगरों और कारखानेदारों को मुक्त किया जाए ताकि उनके व्यापार को आवश्यकता अनुसार नए भवन बनाने की सुविधा मिल सके और मूलभूत सुविधाएं भी प्राधिकरण से वहां पर विकसित करने के लिए कहा गया है, इस पर कमिश्नर ने कहा कि सराफा बाजार को आवासीय से व्यवसायिक क्षेत्र घोषित करने के लिए सराफा बाजार का भौगोलिक स्थलीय परीक्षण होगा । स्थलीय रिपोर्ट पर प्रस्ताव तैयार कर प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में रखा जाएगा।
व्यापारियों ने सराफा बाजार के चारों तरफ बिना किसी प्रयोजन के खाली खड़े टेलीफोन के खंभों को हटाने के लिए भी कहा गया । जिस पर बीएसएनएल के एजीएम मंसूर आलम ने कहा कि हम खंभों को नहीं हटा सकते, क्योंकि भविष्य में अगर हमें आवश्यकता होगी तो खंबे कैसे लगा पाएंगे। इस पर उद्यमियों ने विरोध जताया। बाद में कमिश्नर ने नगर निगम को आदेश दिया कि सराफा बाजार अतिक्रमण से मुक्त कराएं और बिना किसी प्रयोजन के खड़े हुए खंभों को हटाया जाए। लघु उद्योग भारती के महानगर अध्यक्ष पंकज कुमार जैन ने बांट माप विभाग के वेंडर द्वारा फैक्ट्रियों में अधिक वसूली का मुद्दा उठाया। इस पर कमिश्नर ने निर्देश जारी किया कि सभी वेंडर के पास विभाग द्वारा जारी पहचान पत्र, रेट लिस्ट उपलब्ध रहनी चाहिए। जो भी शुल्क लिया जाए वह बैंक खाते में ही लिया जाना चाहिए। इसकी रसीद तुरंत ही उद्यमी को दी जानी चाहिए ।
मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन की ओर से बताया गया कि कारीगर सोना लेकर भाग जाते हैं। इसके लिए सुरक्षा दी जाए। पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए गए कि सभी श्रमिकों का वेरिफिकेशन कराया जाए। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा ईएसआइसी अस्पताल खुलवाने की मांग रखी। ईएसआइसी को इसके लिए निर्देशित किया गया। मेरठ पैकेजिंग इंडस्ट्रीज की ओर से बताया कि उन्हें औद्योगिक पार्क विकसित करने में भूउपयोग संबंधित समस्या है, इसके लिए कमिश्नर ने एसडीएम को निर्देशित किया। लघु उद्योग भारती संभाग अध्यक्ष राजकुमार शर्मा, श्री विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एस्टेट के प्रबंध निदेश कमल ठाकुर रहे।